मनचले संभल जायें, RANCHI की युवतियां इन जगहों पर ले रही हैं मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग
रांची : महिलाओं और युवतियों के लिए आत्मरक्षा जरूरी है. शहर हो या गांव महिलाएं अकेले बाहर जाने में संकोच करती हैं. इसलिए मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग से उनका विश्वास बढ़ेगा. सेल्फ डिफेंस की ऐसी कई तकनीक हैं, जिसे आप सीख लें, तो महिलाएं अपनी सुरक्षा स्वयं कर सकती है़ं कुछ मार्शल आर्ट फॉर्म सीख […]
रांची : महिलाओं और युवतियों के लिए आत्मरक्षा जरूरी है. शहर हो या गांव महिलाएं अकेले बाहर जाने में संकोच करती हैं. इसलिए मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग से उनका विश्वास बढ़ेगा. सेल्फ डिफेंस की ऐसी कई तकनीक हैं, जिसे आप सीख लें, तो महिलाएं अपनी सुरक्षा स्वयं कर सकती है़ं कुछ मार्शल आर्ट फॉर्म सीख सकती है़ं इसका प्रशिक्षण रांची के विभिन्न शिक्षण संस्थान में दिया जा रहा है. कई जगहाें पर नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है़ इससे महिलाएं खुद या दूसरों की किसी शारीरिक खतरे से रक्षा कर सकती हैं.
छह महीने की ट्रेनिंग
छह महीनों की मार्शल आर्ट ट्रेनिंग ले सकती हैं. प्रशिक्षक के अनुसार छह महीने से ज्यादा ट्रेनिंग लेने से इसमें पूरी तरह से निपुणता आ जाती है. शुरुआत बेसिक से सीख सकती है़ इसमें पंच करना, किक करना, कोहनी मारना, हथैली से अटैक, अंगुलियाें से अटैक जैसे स्टेप की ट्रेनिंग मिलती है. वैसे ही आगे के स्टेप के बारे में बताया जाता है़
मुख्य कराटे प्रशिक्षक ( सोतोकान फेडरेशन) मानस सिन्हा का कहना है कि यह पढ़ाई है. आप जीतना सीखेंगे उतना निपुण होंगे़ रांची में 20-25 सेंटर है़ं यहां सात आठ साल की बच्चियों से लेकर 50 साल तक की महिलाएं मार्शल आर्ट ट्रेनिंग लेती हैं. हर महिला को आत्म रक्षा का अधिकारी है़ मार्शल आर्ट से उनमें विश्वास जगता है़
यहां ले सकती हैं ट्रेनिंग
श्री अरविंद सोसाइटी, पिस्का मोड़
बिरसा स्टेडियम
यूनियन क्लब एंड लाइब्रेरी
इंटरनेशनल लाइब्रेरी
छोटानागपुर पब्लिक स्कूल, बूटी मोड़
डोरंडा कॉलेज (नि:शुल्क प्रशिक्षण)