मिशन 2019 में विपक्ष पीछे गठबंधन का ही है आसरा

रांची : झारखंड में चुनावी जंग के लिए प्लॉट तैयार हो रहा है़ भाजपा पूरी ताकत के साथ जुटी है. बूथ स्तर तक पार्टी पहुंची है़ वहीं विपक्ष मिशन 2019 में पीछे है. विपक्ष को गठबंधन का आसरा है़ भाजपा को शिकस्त देने के लिए विपक्ष को मजबूत घेराबंदी करनी होगी. विपक्षी दलों के गठबंधन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 3, 2017 7:35 AM
रांची : झारखंड में चुनावी जंग के लिए प्लॉट तैयार हो रहा है़ भाजपा पूरी ताकत के साथ जुटी है. बूथ स्तर तक पार्टी पहुंची है़ वहीं विपक्ष मिशन 2019 में पीछे है. विपक्ष को गठबंधन का आसरा है़ भाजपा को शिकस्त देने के लिए विपक्ष को मजबूत घेराबंदी करनी होगी. विपक्षी दलों के गठबंधन को लेकर अब तक पहल शुरू नहीं हुई है. झामुमो को छोड़ दें, तो बाकी विपक्षी दल मैदान से दूर हैं.

झामुमो नेता हेमंत सोरेन प्रमंडलवार सम्मेलन कर रहे हैं. झामुमो ने अपने कैडरों को गोलबंद किया और सरकार के खिलाफ अपने एजेंडे को सामने किया. कोल्हान से लेकर पलामू तक पार्टी जमीन मजबूत करने में लगी है़ उधर, कांग्रेस व झाविमो सहित दूसरे दल संगठन को दुरुस्त करने में जुटे है़ं कांग्रेस अपने सांगठनिक चुनाव में ही उलझा है़ चुनावी मिशन से दूर अध्यक्ष को लेकर ही उठा-पटक चल रहा है. इधर, विपक्ष में गठबंधन की राह भी आसान नहीं है़ झाविमो-झामुमो के एक साथ आने में कई तरह के पेच हैं.

संताल परगना से लेकर कई सीटों पर मामला फंस सकता है़ हालांकि कांग्रेस और झाविमो गंठबंधन को लेकर आशान्वित है़ं कांग्रेस झामुमो के साथ जाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी. झाविमो की दलील है कि विपक्ष में सीटों का बंटवार पहले कर लिया जाये़ कांग्रेस नेताओं को झाविमो ने यह संदेश भिजवाया भी है, लेकिन झामुमो गठबंधन को लेकर अभी अपना पत्ता नहीं खोलना चाह रहा है.विपक्ष में झामुमो की रणनीति प्रेशर पॉलिटिक्स की होगी़

लालू विपक्षी दलों को साथ लाने की मुहिम में : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने की मुहिम में लगे है़ं झामुमो-झाविमो के नेताओें को साथ आने के लिए तैयार कर रहे है़ं दोनों दलों की दूरियां पाटने में लालू की भूमिका महत्वपूर्ण होगी़ उनकी उपस्थिति से विपक्ष की फिजा थोड़ी बदल रही है.

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