भारत-ऑस्ट्रेलिया टी-20 : अंतिम दिन नहीं हुई टिकटों की बिक्री, लगे ”अमिताभ चौधरी मुर्दाबाद” के नारे VIDEO
।। अमलेश नंदन सिन्हा/पंकज कुमार पाठक ।। रांची : जेएससीए स्टेडियम के मुख्य द्रार के सामने जेएससीए ( झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन) के पूर्व अध्यक्ष और बीसीसीआई के वर्तमान (कार्यकारी) संयुक्त सचिव अमिताभ चौधरी के विरोध में जोरदार नारेबादी हुई. जिस वक्त हंगामा हो रहा था उसी वक्त ऑस्ट्रेलिया की टीम प्रैक्टिस के लिए पहुंची. […]
।। अमलेश नंदन सिन्हा/पंकज कुमार पाठक ।।
रांची : जेएससीए स्टेडियम के मुख्य द्रार के सामने जेएससीए ( झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन) के पूर्व अध्यक्ष और बीसीसीआई के वर्तमान (कार्यकारी) संयुक्त सचिव अमिताभ चौधरी के विरोध में जोरदार नारेबादी हुई. जिस वक्त हंगामा हो रहा था उसी वक्त ऑस्ट्रेलिया की टीम प्रैक्टिस के लिए पहुंची. टीम को देखते ही लोगों ने जोरदार नारेबाजी की. अमिताभ चौधरी मुर्दाबाद, टिकट की कालाबाजारी बंद करो जैसे नारों से टिकट ना मिलने से नाराज लोगों ने अपनी नाराजगी जाहिर की. हालांकि थोड़ी देर बाद पुलिस अधिकारी प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाने आये और धीरे- धीरे भीड़ छंट गयी.
क्यों लगे मुर्दाबाद के नारे
टिकट बेचने के लिए तीन दिन का समय निर्धारित था. काऊंटर 3 अक्टूबर को खुले और 5 अक्टूबर तक टिकट मिलना था. अचानक कल जानकारी मिली की टिकट काऊंटर नहीं खुलेंगे क्योंकि सारे टिकटों की बिक्री हो गयी. कई लोग दूर- दूर से टिकट लेने आये थे. प्रभात खबर की फेसबुक लाइव टीम ने कुछ लोगों से बात की. लोगों ने कहा, हम कई दिनों से तैयारी कर रह रहे हैं. एक तो मुश्किल से यहां मैच होता है ऊपर से टिकट हमें नहीं मिल रहे. आखिर इतने टिकट गये कहां. सिर्फ दो दिन काऊंटर खुले इन दो दिनों में सारे टिकट कैसे बिक गये जबकि त्योहार में लोग व्यवस्त थे.
सिर्फ अखबार में छपी टिकट ना मिलने की सूचना, काऊंटर पर कोई जानकारी नहीं
भारत -ऑस्ट्रेलिया टी 20 मैच 7 अक्टूबर को झारखंड की राजधानी रांची में होना है. इस मैच का आनंद लेने के लिए महाराष्ट्र समेत देश के कई राज्यों से लोग आये थे. झारखंड के अलग- अलग जिलों से लोग पहुंचे थे लेकिन अचानक टिकट की बिक्री बंद होने से लोग परेशान हो गये. लोगों ने कहा, हम अखबार में पढ़ कर आये हैं कि यहां तीन दिनों तक टिकट बिकेंगे. अचानक ऐसे बिक्री बंद होगी तो दिक्कत तो होगी. सुबह पाचं बजे से लोग कतार में खड़े थे. लोगों ने कहा, यहां कोई सूचना नहीं है ना काऊंटर पर कोई बोर्ड लगा है ना किसी ने सूचना दी है कि अब टिकट नहीं मिलेगा. हम उम्मीद लगाये बैठे हैं कि शायद थोड़े टिकट भी आज बेचे जाएं तो हमारा काम हो जाए.
जेएससीए की मीडिया प्रभारी ने कहा, नहीं पता कितने टिकट बिके, कितने पास बंटे
प्रभात खबर लाइव टीम ने बढ़ते हंगामे को देखते हुए जेएससीए की मीडिया प्रभारी प्रिया ओझा को फोन किया, तीसरी बार उन्होंने फोन रिसीव किया. हमने उन्हें यहां के हालात और हंगामे की जानकारी देते हुए कहा, काऊंटर पर एक बोर्ड लगवा दें या कोई अधिकारी आकर लोगों से बातचीत करके बस इतना कह दें कि सारे टिकट बिक चुके हैं तो उन्होंने कहा, हम देखते हैं कि इस पर हम क्या कर सकते हैं. प्रभात खबर लाइव की टीम ने प्रिया ओझा से पूछा कि अबतक कितने टिकट बिक चुके हैं. उन्होंने जवाब दिया कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है. कितने पास बांटे गये हैं इसका भी उनके पास कोई आकड़ा नहीं था.
टिकट मिले या ना मिले हम उस दिन घुसेंगे
महिलाओं की कतार में खड़ी एक महिला ने कहा, मैं अपने बेटों के लिए टिकट खरीदना चाहती थी. हम यहीं के रहने वाले हैं पैसे जोड़ने में थोड़ा वक्त लग गया. मेरे बेटे चाहते हैं मैच देखें और अब टिकट नहीं मिल रहा है. हम यहां के स्थानीय लोग हैं अगर हम ही नहीं देख पायेंगे, तो क्या फायदा . हमलोग अंदर जायेंगे टिकट मिले चाहे नहीं मिले.