प्राथमिक स्कूल के बच्चों ने पहली बार ओएमआर शीट पर दी परीक्षा
रांची: राज्य के प्राथमिक व मध्य विद्यालय के बच्चों ने पहली बार ओएमआर शीट का प्रयोग किया. राज्य के 41 हजार प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में मंगलवार को एसए वन की परीक्षा हुई. परीक्षा में बच्चों को उत्तर देने के लिए ओएमआर शीट दी गयी थी. परीक्षा पर नजर रखने के लिए स्कूली शिक्षा व […]
रांची: राज्य के प्राथमिक व मध्य विद्यालय के बच्चों ने पहली बार ओएमआर शीट का प्रयोग किया. राज्य के 41 हजार प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में मंगलवार को एसए वन की परीक्षा हुई. परीक्षा में बच्चों को उत्तर देने के लिए ओएमआर शीट दी गयी थी. परीक्षा पर नजर रखने के लिए स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग द्वारा पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया था. सभी जिलों में परीक्षा शांतिपूर्वक हुई. ओएमआर शीट में बच्चों को अपनी जन्म तिथि, अाधार संख्या, स्कूल का नाम भी लिखने को कहा गया था. स्कूल स्तर की परीक्षा में पहली बार बच्चाें को जन्म तिथि व आधार नंबर लिखने को कहा गया था.
परीक्षा को लेकर प्रश्न पत्र झारखंड शिक्षा परियोजना द्वारा तैयार किया गया था, जबकि प्रश्न पत्र व आेएमआर शीट की छपाई जिला स्तर पर की गयी थी. परीक्षा में कक्षा तीन से आठ तक के बच्चे शामिल हुए. कक्षा तीन से पांच तक के बच्चों ने हिंदी, गणित व पर्यावरण विज्ञान की परीक्षा दी, जबकि कक्षा छह से आठ के लिए गणित, सामाजिक विज्ञान, हिंदी व पर्यावरण विज्ञान विषय की परीक्षा ली गयी. कक्षा तीन से पांच में सभी विषय में 15-15 प्रश्न पूछे गये थे. गणित की परीक्षा 30 व हिंदी व पर्यावरण विज्ञान की परीक्षा 15-15 अंक की हुई. छह से आठ के लिए सभी विषय की परीक्षा 15-15 अंक की हुई. अंग्रेजी व संस्कृत विषय की परीक्षा विद्यालय स्तर पर ली जायेगी. झारखंड शिक्षा परियोजना द्वारा इस संबंध में सभी जिलों को दिशा-निर्देश दे दिया गया है.
अपने स्कूल के शिक्षक नहीं करेंगे मूल्यांकन
उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन बीआरसी भवन में होगा. संबंधित विद्यालय के शिक्षक अपने विद्यालय के बच्चों की उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन नहीं करेंगे. उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन के बाद रिपोर्ट प्रखंड स्तर पर तैयार की जायेगी. प्रखंड द्वारा जिला कार्यालय में रिपोर्ट जमा की जायेगी. जिला स्तर से रिपोर्ट झारखंड शिक्षा परियोजना को भेजी जायेगी. रिपोर्ट के आधार पर इस बात का आकलन किया जायेगा कि किस जिले के बच्चा किस विषय में कमजोर हैं. जिस विषय में विद्यार्थी कमजोर होगा, उस पर विशेष ध्यान दिया जायेगा. सभी जिलों को एक सप्ताह में रिजल्ट तैयार कर देने को कहा गया है.
कक्षा अाठ के प्रश्न में गड़बड़ी
रांची में कक्षा आठ के हिंदी के प्रश्न व उत्तर गड़बड़ होने की शिकायत शिक्षकों ने की. शिक्षकों का कहना था कि कुछ उत्तर प्रश्न के अनुरूप नहीं थे. इस संबंध में पूछे जाने पर जिला शिक्षा अधीक्षक शिवेंद्र कुमार ने बताया कि कुछ शिक्षकों ने इसकी शिकायत की थी. इसकी जांच की जा रही है.