5,657 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च होंगे वेतन व भत्ता पर

रांची : कोल इंडिया के साथ-साथ सिंगरैनी कोल कंपनी के कर्मियों को जेबीसीसीआइ-10 के वेतन समझौते के लाभ मिलेगा. इससे दोनों कंपनियों पर कुल 5,657 करोड़ रुपये अतिरिक्त हर वर्ष खर्च करने होंगे. इसका लाभ दोनों कंपनियों के करीब 3.50 लाख कर्मियों को मिलेगा. इसमें 2.98 लाख कर्मी कोल इंडिया के तथा करीब 52 हजार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 11, 2017 7:42 AM
रांची : कोल इंडिया के साथ-साथ सिंगरैनी कोल कंपनी के कर्मियों को जेबीसीसीआइ-10 के वेतन समझौते के लाभ मिलेगा. इससे दोनों कंपनियों पर कुल 5,657 करोड़ रुपये अतिरिक्त हर वर्ष खर्च करने होंगे. इसका लाभ दोनों कंपनियों के करीब 3.50 लाख कर्मियों को मिलेगा. इसमें 2.98 लाख कर्मी कोल इंडिया के तथा करीब 52 हजार कर्मी सिंगरैनी कोल कंपनी के हैं. मंगलवार को दिल्ली में हुए वेतन समझौते में अधिकतम 22 हजार रुपये प्रतिमाह के हिसाब से वेतन की वृद्धि होगी. पिछले वेतन समझौते में करीब 3513 न्यूनतम वृद्धि हुई थी.
एक सितंबर से मिलेगा भत्ते का लाभ
वेतन समझौते में तय किया गया कि एक सितंबर 2017 से दो भत्तों को छोड़ अन्य का लाभ मिलेगा. केंद्र सरकार की कर्मियों की तरह हाउस रेंट अलाउंस दिया जायेगा. यह 27 से लेकर दो फीसदी तक होगा. न्यूनतम करीब 600 रुपये भत्ते के रूप में दिये जा सकेंगे. विशेष भत्ता और अंडर ग्राउंड अलाउंस का लाभ एक जुलाई 2016 से दिया जायेगा.
इस बार के वेतन समझौते में सभी वर्गों का ख्याल रखा गया है. पहली बार वेतन समझौते में रिटायर, बीमार तथा वर्तमान कर्मियों के हितों की बात हुई. सभी को कुछ ना कुछ मिला है. कुछ अन्य मांगों पर आगे के लिए रास्ता रखा गया है. करीब 35 फीसदी के आसपास कुल मिलाकर लाभ हो रहा है.
रमेंद्र कुमार व लखन लाल महतो, जेबीसीसीआइ सदस्य
हिंद मजदूर सभा ने आश्रित नियोजन की भाषा, रेस्ट वेजेज का दोहरा वेतन के संबंध में अस्पष्टता, अंडरग्राउंड अलाउंस को नौ फीसदी तक सीमित रखने, अलाउंस फ्रीज करने तथा पिछले वेतन समझौता के अनुरूप वृद्धि न होने का विरोध किया है. ओटी सीलिंग पर चर्चा न होना आदि बातों पर सही शब्दावली का प्रयोग न होना जैसी बातों को लेकर हस्ताक्षर नहीं किया. यह मजदूरों का निर्णय था. हमने अपना वादा पूरा किया है.
नाथूलाल पांडेय व राजेश कुमार सिंह, जेबीसीसीआइ सदस्य, एचएमएस
आज की परिस्थिति में इससे बेहतर वेतन समझौता नहीं हो सकता था. पिछली बार से कम नहीं मिला है. 20 फीसदी की वेतन वृद्धि, सात फीसदी पेंशन और एक फीसदी मेडिकल में दिया गया है. चार फीसदी का अतिरिक्त भत्ता भी है. अच्छा वेतन समझौता है.
डीडी रामानंदन, सीटू, जेबीसीसीआइ सदस्य

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