16 को रांची में जुटेंगे झारखंड के मंत्री, सांसद और विधायक, भाजपा कार्यसमिति की बैठक में होगा ‘मिशन 2019’ पर मंथन
रांची:झारखंड की राजधानी में 16 अक्तूबर को प्रदेश के सभी सांसद, विधायक, मंत्री और अन्य नेता जुटेंगे. इस दिन होनेवाली सत्ताधारी दल की कार्यकारिणीकी बैठक मेंराष्ट्रीयअध्यक्षअमित साह के टास्क फोर्स पर चर्चा होगी. बैठक में मुख्यमंत्री रघुवर दास समेत सभी मंत्रियों के शामिल होने की उम्मीद है. सूत्रों के मुताबिक, बैठक में अमित शाह के […]
रांची:झारखंड की राजधानी में 16 अक्तूबर को प्रदेश के सभी सांसद, विधायक, मंत्री और अन्य नेता जुटेंगे. इस दिन होनेवाली सत्ताधारी दल की कार्यकारिणीकी बैठक मेंराष्ट्रीयअध्यक्षअमित साह के टास्क फोर्स पर चर्चा होगी. बैठक में मुख्यमंत्री रघुवर दास समेत सभी मंत्रियों के शामिल होने की उम्मीद है.
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में अमित शाह के ‘मिशन 2019’ पर चर्चा होगी. साथ ही 15 नवंबर को झारखंड स्थापना दिवस की तैयारियों पर भी बातचीत की जायेगी. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, राज्य कार्यकारिणी समिति की बैठक के बाद भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा जायेगा कि वे जनता के बीच जायें और राज्य सरकार की उपलब्धियों के बारे में उन्हें बतायें.
जानिए भाजपा कार्यसमिति की बैठक में शत्रुघ्न सिन्हा क्यों नहीं हुए शामिल
पार्टी के राज्य प्रवक्ता दीनदयाल बरनवाल ने कहा है कि बैठक में आगामी लोकसभा चुनावों में विरोधी दलों को शिकस्त देने की रणनीति पर भी विमर्श होगा. उन्होंने कहा कि झारखंड में विरोधी दलों का जनाधार लगातार घट रहा है. उनके मुताबिक, आनेवाले दो साल में झारखंड के कई दल खत्म हो जायेंगे. परेशानी का सबब बननेवाले राजनीतिक दलों के खात्मे पर भी भाजपा की बैठक में चर्चा होगी.
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अपनी झारखंड यात्रा के दौरान राज्य के सभी मंत्रियों को हफ्ते में दो दिन अपने कार्यालय में पूरा समय देने का निर्देश दिया था. उन्होंने सरकार और संगठन के बीच तारतम्य बिठाने पर जोर दिया था. श्री बरनवाल ने कहा कि 16 अक्तूबर की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देशों का कितना पालन हुआ, उन्होंने जो जिम्मेदारी पार्टी के नेताओं को दी थी, वह कितनी पूरी हुई और क्या करना अभी बाकी है, इसकी भी समीक्षा की जायेगी.
भाजपा सुपर हाईवे पर, विपक्ष जीरो पर
इतना ही नहीं, चुनावों से पहले पार्टी ने प्रदेश की जनता से जो वादे किये थे, उसमें कितने वादे पूरे हुए, लोगों की उम्मीदों पर भाजपा सरकार कितनी खरी उतरी, इसकी भी समीक्षा होगी.