नकली शराबकांड मामला: प्रह्लाद सिंघानिया ने पुलिस को शराब के काले कारोबार के बारे में बताया, डोरंडा में शराब सप्लाई की बात स्वीकारी, जेल
रांची/नामकुम: नकली शराब के सेवन से राजधानी में हुई 17 लोगों की मौत और कई लोगों के गंभीर होने के मामले में मुख्य आरोपी शराब कारोबारी प्रह्लाद सिंघानिया को गिरफ्तार कर लिया गया है. बुधवार को नामकुम थाना में मुख्यालय डीएसपी अमित कच्छप ने बताया कि प्रह्लाद को मंगलवार को जमशेदपुर के गोलमुरी थाना क्षेत्र […]
रांची/नामकुम: नकली शराब के सेवन से राजधानी में हुई 17 लोगों की मौत और कई लोगों के गंभीर होने के मामले में मुख्य आरोपी शराब कारोबारी प्रह्लाद सिंघानिया को गिरफ्तार कर लिया गया है. बुधवार को नामकुम थाना में मुख्यालय डीएसपी अमित कच्छप ने बताया कि प्रह्लाद को मंगलवार को जमशेदपुर के गोलमुरी थाना क्षेत्र के रिफ्यूजी कॉलोनी स्थित उसके साला के घर से गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के बाद उसे रांची लाया गया और उसके आवास सहित विभिन्न स्थानों में छापेमारी की गयी.
वह नकली शराब कांड के बाद कुछ दिनों तक रांची में छिप कर रहने के बाद जमशेदपुर भाग गया था. उसकी तलाश के लिए एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने स्पेशल टीम का गठन किया था. डीएसपी अमित कच्छप के अनुसार पूछताछ में नकली शराब तैयार करने की बात स्वीकार करते हुए प्रह्लाद सिंघानिया ने डोरंडा में शराब सप्लाई किये जाने की बात स्वीकार कर ली है. उसने यह भी बताया कि वह अपने अपने सहयोगियों के जरिये शराब की सप्लाई करता था. उसने नकली शराब बनाने और इससे जुड़े लोगों तथा उसे संरक्षण देनेवालों का भी नाम पुलिस को बताया है.
पुलिस ने बताया कि प्रह्लाद पहले जोरार में किराना का व्यापार करता था. धीरे-धीरे वह शराब बनानेवालों के संपर्क में आया और खुद शराब बनाकर बेचने लगा. नकली शराब बनाने के लिए वह टैंकर चालकों से स्प्रिट लेता था तथा कई प्रकार के एसेंस व दूसरे पदार्थों को मिला कर शराब तैयार करता था.
इधर, गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने प्रह्लाद की निशानदेही पर कई जगहों पर छापेमारी भी की, लेकिन कुछ खास हाथ नहीं लगा. पुलिस ने पूछताछ के बाद प्रह्लाद को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया. वर्तमान में उसे नामकुम थाना में दर्ज नकली शराब कांड के तहत गिरफ्तार किया गया है. सुखदेवनगर और डोरंडा थाना में दर्ज मामले में उसे बाद में रिमांड पर लिया जायेगा. इधर, पुलिस सूत्रों के अनुसार डोरंडा में सप्लाई की शराब कैसे जहरीली हुई, इससे संबंध में पूछताछ करने पर प्रह्लाद ने बताया कि शराब में केमिकल मिलाने में गड़बड़ी हो गयी होगी. इस कारण शराब जहरीली हो गयी होगी. नामकुम थाने में पत्रकारों की ओर से प्रह्लाद से कई सवाल पूछे गये, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया.
1998 से जुड़ा है शराब के कारोबार में
पुलिस के अनुसार प्रह्लाद सिंघानिया वर्ष 1998 से नकली शराब के कारोबार से जुड़ा है. उसका भाई 2009 से उसके साथ है. जबकि स्थानीय लोगों का कहना है कि सिंघानिया दशकों से नकली शराब का कारोबार करता आ रहा है. नामकुम थाना में प्रह्लाद के खिलाफ वर्ष 2007 में भी मामला दर्ज हुआ था. ज्ञात हो कि पूर्व में नामकुम थाना की दूरी प्रह्लाद सिंघानिया के घर व अड्डे से मात्र पांच मिनट की दूरी पर थी.
कई सफेदपोश भी हैं इस काले कारोबार में
नकली शराब के कारोबार में कई सफेदपोशों का नाम भी उजागर होने की बात सामने आयी है. पुलिस को छानबीन में एक डायरी भी मिली है, जिसमें प्रह्लाद सिंघानिया काले कारोबार का हिसाब-किताब रखता था. इस डायरी में ऐसे लोगों के नाम हैं, जो प्रह्लाद से पैसे लेकर उसके कारनामों पर परदा डालने का काम करते थे. इस संबंध में डीएसपी ने कुछ लोगों की संलिप्तता की जांच किये जाने की जानकारी दी है.
कोलकाता से आता है नकली रैपर व सील
नकली शराब बनाने व उसकी पैकिंग में एक पूरा संगठन काम करता है. डीएसपी ने बताया कि कोलकाता से नकली रैपर व सील मंगाया जाता था. नकली शराब बनाकर बोतलों में भरने के बाद रैपर को इतनी सफाई से चिपकाया जाता था कि असली व नकली में फर्क करना भी मुश्किल हो जाता था. यहां बनी नकली शराब की सप्लाई झारखंड के बाहर भी होती थी. पुलिस अब इस संगठन से जुड़े हर व्यक्ति की तलाश में है. पुलिस के अनुसार जल्द ही नरेश सिंघानिया व इस कारोबार से जुड़े दूसरे लोगों को गिरफ्तार किया जायेगा.
कांड संख्या 215/17 में हुई गिरफ्तारी
डीएसपी अमित कच्छप ने बताया कि प्रह्लाद को नामकुम थाना कांड संख्या 215/17 के आधार पर गिरफ्तार किया गया है. ज्ञात हो इस कांड में प्रह्लाद पर नकली शराब बनाने व ब्रांडेड शराब के नकली रैपर का इस्तेमाल कर शराब बेचने का आरोप है.