आजसू ने निकाला न्याय मार्च, मांगा पिछड़ों के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण

रांची: आजसू पार्टी के कार्यकर्ता बुधवार को सड़क पर उतरे. आजसू पार्टी का सहयोगी संगठन पिछड़ा वर्ग महासभा द्वारा राज्य के विभिन्न जिला मुख्यालयों में न्याय मार्च निकाला. न्याय मार्च के माध्यम से नौकरियों और नामांकन में पिछड़ा जातियों के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण की मांग की. राजधानी में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने मोरहाबादी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 12, 2017 7:47 AM
रांची: आजसू पार्टी के कार्यकर्ता बुधवार को सड़क पर उतरे. आजसू पार्टी का सहयोगी संगठन पिछड़ा वर्ग महासभा द्वारा राज्य के विभिन्न जिला मुख्यालयों में न्याय मार्च निकाला. न्याय मार्च के माध्यम से नौकरियों और नामांकन में पिछड़ा जातियों के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण की मांग की. राजधानी में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने मोरहाबादी मैदान से पटेल पार्क, हरमू तक मार्च निकाला.
राजधानी में न्याय मार्च का नेतृत्व हसन अंसारी, प्रो मुकुंद मेहता, सुबोध प्रसाद, आरपी रंजन, ललित ओझा, वनमाली मंडल, वायलट कच्छप, अनिल टाइगर ने किया. जुलूस में शामिल लोग हाथों में तख्तियां लिये हुए थे. वे नारा लगा रहे थे, ‘जिसकी जितनी हिस्सेदारी, उसकी उतनी भागीदारी’. मौके पर सभा को संबोधित करते हुए सेवानिवृत्त डीआइजी और पार्टी नेता सुबोध प्रसाद ने कहा कि झारखंड में 54 फीसदी पिछड़ों की आबादी है, लेकिन महज 14 फीसदी आरक्षण मिल रहा है.

एकीकृत बिहार के समय यहां की पिछड़ी जातियों को 26 प्रतिशत आरक्षण हासिल था. दूसरे राज्यों में इस मसले पर संवेदनशील तरीके से सरकारों ने फैसला ले रखा है, लेकिन झारखंड में वर्षाें से पिछड़ी जातियां उपेक्षित महसूस करती रही हैं. हसन अंसारी, आरपी रंजन, प्रो मुकुंद मेहता और जिलाध्यक्ष अनिल महतो ने भी सभा को संबोधित किया. इसके अलावा जिप उपाध्यक्ष पार्वती देवी, जिप सदस्य फूलकुमारी देवी, वायलेट कच्छप, जयपाल सिंह, चितरंजन महतो, सुकरा सिंह मुंडा, राजेेंद्र शाही मुंडा, राम दुर्लभ मुंडा, जलनाथ चौधरी, बीणा देवी, सुमन मुंडरी, लक्ष्मी नारायण महतो, हीरा साहू, जगदीश साहू, दिलीप साहू, सहित कई लोगों ने अपने विचार रखे.

31 अक्तूबर को प्रखंडों में निकाला जायेगा मार्च
जिला स्तर पर न्याय मार्च निकाले जाने के बाद लौह पुरुष सरदार पटेल की जयंती पर 31 अक्तूबर को सभी प्रखंडों में न्याय मार्च निकाला जायेगा. सरदार पटेल की पुण्यतिथि पर 15 दिसंबर को राज्य के सभी पंचायतों में इस मार्च के जरिये लोगों को एकजुट किया जायेगा, जबकि जबकि 25 दिसंबर को झारखंड के वीर सपूत निर्मल महतो के जन्मदिवस पर मार्च का समापन होगा. पहले चरण में न्याय मार्च संपन्न होने के बाद आगे की रणनीति बनायी जायेगी.

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