आधा सत्र बीत गया, नहीं मिली किताब

रांची: शैक्षणिक सत्र 2017-18 के छह माह बीत जाने के बाद भी अब तक कक्षा नौ से 12वीं तक के बच्चों को सभी विषय की किताब नहीं मिली. इससे पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है. राज्य में कक्षा नौ से 12वीं तक में एनसीइआरटी की पुस्तक से पढ़ाई होती है. सत्र शुरू होने के समय से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 12, 2017 7:50 AM

रांची: शैक्षणिक सत्र 2017-18 के छह माह बीत जाने के बाद भी अब तक कक्षा नौ से 12वीं तक के बच्चों को सभी विषय की किताब नहीं मिली. इससे पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है. राज्य में कक्षा नौ से 12वीं तक में एनसीइआरटी की पुस्तक से पढ़ाई होती है. सत्र शुरू होने के समय से ही एनसीइआरटी की पुस्तकों की कमी है.


कक्षा नौ में सामाजिक विज्ञान, कक्षा 10 में गणित व विज्ञान तथा 11वीं व 12वीं में कला संकाय से जुड़े विषय की पुस्तकों की कमी है. स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग द्वारा कक्षा नौ से 12वीं तक की छात्राओं को नि:शुल्क किताब दिया जाता है. इसके लिए विभाग द्वारा राशि विद्यालय को उपलब्ध करायी जाती है. विद्यालय स्तर से किताब क्रय कर बच्चों को दिया जाता है.

एनसीइआरटी की किताब की कमी के कारण अब तक छात्राओं को भी सभी विषय की पुस्तकें नहीं मिल पायी हैं. स्कूलों का कहना है कि बाजार में जैसे-जैसे किताब उपलब्ध हो रही है. छात्राओं को किताब दी जा रही है. एनसीइआरटी की किताब की कमी के कारण बाजार में नकली किताब भी धड़ल्ले से बिक रही है. एनसीइआरटी की किताब नहीं मिलने के कारण विद्यार्थी मजबूरी में नकली किताब खरीद कर पढ़ाई कर रहे हैं. इस किताब की किताब की कीमत एनसीइआरटी की किताब की तुलना में काफी अधिक है.

प्रभावित हो रहा पठन-पाठन : किताब नहीं मिलने के कारण बच्चों का पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है. आधा सत्र निकल जाने के बाद भी बच्चों को किताब नहीं मिलने से शिक्षक भी परेशान हैं. शिक्षकों का कहना है कि बिना किताब के पठन-पाठन में काफी परेशानी हो रही है.इससे रिजल्ट प्रभावित होगा. अगले सत्र में किताब की परेशानी नहीं हाे, इसके लिए स्कूलों द्वारा एनसीइआरटी को ऑनलाइन किताब का आॅर्डर दिया गया है.

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