रांची : स्लोवाकिया की रेल कंपनी एचइसी को करेगी सहयोग

रांची : एचइसी और स्लोवाकिया की रेल कंपनी काम्पेल भविष्य में एक साथ कार्य करेंगी. स्लोवाकिया गये एचइसी के सीएमडी अभिजीत घोष और काम्पेल कंपनी के बीच इसके लिए समझौता हुआ है. एचइसी के अधिकारी ने बताया कि सीएमडी के साथ मुख्य तकनीकी पदाधिकारी जगन मुखर्जी भी गये हैं. दोनों अधिकारी ने सर्वप्रथम काम्पेल कंपनी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 13, 2017 7:22 AM
रांची : एचइसी और स्लोवाकिया की रेल कंपनी काम्पेल भविष्य में एक साथ कार्य करेंगी. स्लोवाकिया गये एचइसी के सीएमडी अभिजीत घोष और काम्पेल कंपनी के बीच इसके लिए समझौता हुआ है.
एचइसी के अधिकारी ने बताया कि सीएमडी के साथ मुख्य तकनीकी पदाधिकारी जगन मुखर्जी भी गये हैं. दोनों अधिकारी ने सर्वप्रथम काम्पेल कंपनी का भ्रमण किया और वहां बन रहे उपकरणों को देखा. इसके बाद व्यापारिक हितों पर विस्तृत चर्चा की.
वार्ता के दौरान रूस की कंपनी कैसकेट के अधिकारी मार्टिन वास्को, अड्रिअन मिसीक, पीटर कैटलस तथा इगोरलुकानोव भी उपस्थित थे. वार्ता में सहमति बनी की एचइसी को रेलवे क्षेत्र में उपकरण बनाने के लिए रशियन और स्लोवाकिया की कंपनियां सहयोग करेंगी.
साथ ही एचइसी को डिजाइनिंग एवं उत्पादन के विभिन्न पहलुओं की जानकारी व ट्रेनिंग भी देंगी. इससे उत्पादन एवं अन्य महत्वपूर्ण संयोजनों का कार्य एचइसी में संभव होगा. अधिकारी ने बताया कि काम्पेल कंपनी रेलवे के क्षेत्र में विश्व की अग्रणी कंपनियों में से एक है.
रूस की कंपनी कैसकेट भी एचइसी को देगी तकनीक : गौरतलब है कि रूस की कंपनी कैसकेट ने पूर्व में ही एचइसी को रेलवे के क्षेत्र तकनीक देने की बात कही है.
कैसकेट कंपनी के अधिकारियों ने पिछले दिनों एचइसी का दौरा भी किया था. इस संयुक्त कार्य में एचइसी द्वारा रेलवे ट्रैक के मेंटेनेंस के लिए टैम्पिंग मशीन, ब्लास्ट क्लिनिंग मशीन, रेलवे ट्रैक के स्थायित्व के लिये वैक्यूम मशीन आदि का निर्माण किया जायेगा.
अमेरिकी कौंसुल जेनरल आज करेंगे एचइसी का दौरा
रांची : अमेरिका रांची स्थित एचइसी के रिवाइवल में सहयोग कर सकता है. इस मुद्दे को लेकर अमेरिकी कौंसुल जेनरल क्रेग हॉल शुक्रवार को एचइसी का दौरा करेंगे. यह जानकारी इंडो यूएस चेंबर के शूलपाणि सिंह ने दी.
अमेरिकी कंपनी एचइसी को ऊर्जा, माइनिंग के क्षेत्र में सहयोग करना चाहता है. मालूम हो कि एचइसी के प्लांटों का जीर्णोंद्धार कार्यक्रम होना है. इसके लिए प्रबंधन ने प्लांटों का आधुनिकीकरण, नयी तकनीक के लिए कई विदेशी कंपनियों से एमआेयू भी किया है.
इसमें रूस, चेक गणराज्य की कंपनी के साथ एमओयू भी एचइसी ने किया. एचइसी रेलवे, पानी जहाज, माइनिंग, स्टील के क्षेत्र में अद्यतन तकनीक हासिल कर उपकरण बनाना चाहता है. इस मुद्दे पर एक सेमिनार का आयोजन भी एचइसी मुख्यालय में किया गया है, जिसमें अमेरिकी कौंसुल जेनरल भी उपस्थित रहेंगे.

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