प्रदर्शन कर रहे लोग नगर आयुक्त के इस्तीफे की मांग कर रहे थे. उनकी मांग थी कि नगर आयुक्त ने जो केस दर्ज कराया है, उसे वापस लिया जाये. साथ ही नगर आयुक्त आदिवासी समाज से सार्वजनिक रूप से माफी मांगें और नगर निगम चडरी सरना समिति के तालाब में हुए नुकसान की भरपाई करे. चेतावनी दी गयी कि अगर नगर आयुक्त ने माफी नहीं मांगी, तो उग्र आंदोलन करेंगे. गौरतलब है कि नगर निगम द्वारा लाइन टैंक की सफाई क्रम में डाले गये केमिकल से तालाब की मछलियां मर गयी थीं.
गुरुवार को बबलू मुंडा और रवि मुंडा इसकी शिकायत लेकर नगर आयुक्त के कार्यालय में पहुंच गये थे. वे तालाब में मछली का जीरा डालने की मांग करने पहुंचे थे. आरोप है कि नगर आयुक्त ने उनकी मांग सुने बिना ही उन लोगों को कार्यालय से बाहर निकाल दिया. साथ ही जाति सूचक शब्दों का भी प्रयोग किया. बाद में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ एफआइआर दर्ज करा दी.