छठ घाटों की साफ-सफाई जोरों पर, 10 दिनों में तैयारी पूरी करना चुनाैती
रांची: छठ महापर्व के आगमन में मात्र एक सप्ताह ही शेष है. एक सप्ताह बाद शहर के तालाब और डैमों के छठ घाटों पर भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए लाखों श्रद्धालु उमड़ेंगे. वर्तमान में राजधानी में 70 से अधिक छठ घाट हैं, जिनपर लोग अर्घ्य देने के लिए उमड़ते हैं, लेकिन अब तक […]
रांची: छठ महापर्व के आगमन में मात्र एक सप्ताह ही शेष है. एक सप्ताह बाद शहर के तालाब और डैमों के छठ घाटों पर भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए लाखों श्रद्धालु उमड़ेंगे. वर्तमान में राजधानी में 70 से अधिक छठ घाट हैं, जिनपर लोग अर्घ्य देने के लिए उमड़ते हैं, लेकिन अब तक ये छठ घाट श्रद्धालुओं के लिए तैयार नहीं हुए हैं. हालांकि, नगर निगम द्वारा इन घाटाें की साफ सफाई के लिए कई टीमों को लगाया गया है, लेकिन ये नाकाफी है.
अधिकतर तालाबों में बिखरी है पूजन सामग्री : छठ से पहले तालाब सौंदर्यीकरण के लिए नगर निगम द्वारा अभियान तो चलाया जा रहा है, लेकिन शहर के बड़ा तालाब, मधुकम तालाब, हरमू नदी घाट, कांके डैम, जेल तालाब, करमटोली तालाब, जोड़ा तालाब बरियातू की हालत खस्ताहाल है. तालाबों के घाट यहां पूजन सामग्री से तो पटे हुए हैं ही, कचरे का ढेर भी लगा हुआ है. वहीं, दूसरी ओर लाइन टैंक तालाब, हटनिया तालाब, मत्स्य तालाब धुर्वा व बटन तालाब की हालत ठीकठाक है.
हो रही सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था
छठ के दौरान किसी प्रकार का कोई हादसा न हो, इसके लिए शहर के छह बड़े तालाबों में बैरिकेडिंग करने का काम नगर निगम द्वारा शुरू कर दिया गया है. इसमें प्रमुख रूप से अरगोड़ा तालाब, बड़ा तालाब, हटनिया तालाब, लाइन टैंक तालाब, जेल तालाब, धुर्वा डैम, जगन्नाथपुर तालाब, बटन तालाब आदि हैं. यहां बैरिकेडिंग के अलावा एनडीआरएफ के टीम भी वोट के साथ तैनात रहेगी.
नौ तालाबों में बनवाया गया है विसर्जन कुंड
काली पूजा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान तालाब गंदे न हों, इसके लिए नगर निगम द्वारा नौ तालाबों में विसर्जन कुंड का भी निर्माण किया जा रहा है. निगम ने काली पूजा का आयोजन करनेवाले सभी पूजा समितियों से भी आग्रह किया है कि वे मां काली की प्रतिमाओं आैर पूजन सामग्री का विसर्जन इसी कुंड में करें, ताकि पूरा तालाब गंदा न हो. इससे निगम को भी तालाब की सफाई में सुविधा होगी.