दहेज का विरोध, थामा हाथ

सिल्ली: लाख कोशिशों के बावजूद दहेज रूपी दानव समाज में मुंह बाये खड़ा है. दहेज की खातिर आये दिन किसी न किसी बहू की हत्या कर दी जाती है या फिर उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है. लेकिन मंगलवार को एक युवक ने घर वालों की मरजी के खिलाफ आदर्श विवाह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:43 PM

सिल्ली: लाख कोशिशों के बावजूद दहेज रूपी दानव समाज में मुंह बाये खड़ा है. दहेज की खातिर आये दिन किसी न किसी बहू की हत्या कर दी जाती है या फिर उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है. लेकिन मंगलवार को एक युवक ने घर वालों की मरजी के खिलाफ आदर्श विवाह कर समाज को आइना दिखाने का काम किया है. घटना सिल्ली नीचे टोला की है.

रोहित नायक की बेटी लक्ष्मी की शादी होने वाली थी. कार्ड भी बंट चुके थे और घर में मेहमान भी आ गये. दुल्हन हाथ में मेहंदी रचाये अपने दूल्हा राजा का इंतजार कर रही थी. उधर, पेटरवार भेलवाटांड़ से बारात सिल्ली के लिए निकलने वाली थी. इसी बीच खबर मिली कि दहेज न मिलने के कारण लड़के के परिवार वाले बारात लेकर नहीं आयेंगे. बताया गया कि लड़के वाले 30 हजार नकद और एक मोटरसाइकिल की मांग रहे हैं. सूचना मिलते ही दुल्हन के परिवार वालों को नींद उड़ गयी. उनके पैरों तले की जमीन खिसक गयी.

मजदूरी कर किसी तरह अपना परिवार चलाने वाले लड़की के पिता की इतनी हैसियत नहीं कि वह तुरंत 30 हजार व एक मोटरसाइकिल का इंतजाम कर सके. नतीजा उनके दरवाजे पर बारात नहीं आयी. शादी रुक गयी.

इसकी जानकारी दूल्हा अरविंद नायक (जिससे लक्ष्मी शादी होने वाली थी) को मिली. पहले तो उसने अपने परिवार वालों को समझाने की कोशिश की, लेकिन परिवार के कुछ सदस्य दहेज की मांग को लेकर अपनी जिद पर अड़े रहे. समझाने के बाद भी बात नहीं बनी. परिजनों के इस निर्णय से नाराज दूल्हा अरविंद नायक शादी के लिए एक ट्रेकर से कुछ लोगों को साथ लेकर निकल पड़ा और अपने होने वाले ससुराल जा पहुंचा और शादी करने की इच्छा जतायी. बुधवार को धूमधाम से अरविंद व लक्ष्मी की शादी हुई. शादी के बाद अरविंद अपनी दुल्हन को अपने साथ ले गया. बेटे को दुखित देख लड़के पिता भी शादी समारोह में शामिल हुए. दुल्हन की मां मालती देवी ने बताया कि हमने अपनी हैसियत के अनुसार दान दहेज दिया है.

Next Article

Exit mobile version