सिमडेगा: उपायुक्त ने खाद्य आपूर्ति विभाग को सौंपी जांच रिपोर्ट, भूख से हुई बच्ची की मौत पर केंद्र गंभीर, भेजेगा जांच टीम
नयी दिल्ली/रांची : सिमडेगा के कारीमाटी गांव की 11 साल की बच्ची संतोषी की कथित भूख से मौत मामले को लेकर केंद्र सरकार ने जांच का आदेश दिया है. केंद्र ने मामले में राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. केंद्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने राज्य के खाद्य आपूर्ति विभाग को पत्र भेजा […]
नयी दिल्ली/रांची : सिमडेगा के कारीमाटी गांव की 11 साल की बच्ची संतोषी की कथित भूख से मौत मामले को लेकर केंद्र सरकार ने जांच का आदेश दिया है. केंद्र ने मामले में राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. केंद्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने राज्य के खाद्य आपूर्ति विभाग को पत्र भेजा है. इसमें डीसी से सात बिंदुअों पर जवाब देने को कहा गया है. जांच के लिए केंद्र सरकार एक टीम भी सिमडेगा भेजेगी. जांच की जिम्मेवारी केंद्रीय खाद्य सचिव रविकांत को सौंपी गयी है.
भूख से मौत दुखद : पासवान
केंद्रीय खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राम विलास पासवान ने कहा : भूख से किसी की मौत होना दुखद है. खाद्य सुरक्षा कानून लागू होने के बाद भी तीन माह तक राशन नहीं मिलना चिंता की बात है. कानून में इसका प्रावधान है कि राशन नहीं मिलने की स्थिति में लाभार्थी को न्यूनतम समर्थन मूल्य का सवा गुणा खाद्य सुरक्षा भत्ता दिया जाये. केंद्र सरकार राज्यों को उसके हिसाब से हर माह अनाज का आवंटन करती है. झारखंड को भी अनाज का आवंटन हुआ. राज्य ने समय पर इसे ले भी लिया. ऐसी स्थिति में परिवार को अनाज नहीं देने पर खाद्य सुरक्षा भत्ता देना चाहिए. केंद्रीय मंत्री ने मामले में दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.
संतोषी की मौत मलेरिया से हुई : डीसी
सिमडेगा के डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि संतोषी कुमारी की मौत भूख से नहीं हुई है. बच्ची को मलेरिया था. उसकी तबीयत कुछ दिनों से खराब थी. कई बार पड़ोसियों ने भी बच्ची को दवा दी. बच्ची के सिर, पैर व बदन में दर्द होता था. गांव के ही एक आरएमपी डॉक्टर ने भी बच्ची के खून की जांच की थी. माता-पिता ने उसका इलाज नहीं कराया. उन्होंने कहा : संतोषी की मां कोयली देवी की भी तबीयत खराब थी. प्रशासन ने सदर अस्पताल में भर्ती कराया था. कोयली देवी के खून की भी जांच की गयी, जिसमें मलेरिया निकला. उपायुक्त ने बताया कि कोयली देवी के घर के आसपास निवास कर रही गुड़िया देवी, डहरी नायक सहित कई ग्रामीणों ने यह भी बताया कि बच्ची की मां ने कभी भी उन लोगों से उसके भूखे रहने की बातें नहीं कहीं. अगर कहती तो वे लोग जरूर बच्ची को भोजन उपलब्ध कराते. तारामनी साहू द्वारा बेकार में स्वार्थवश इस मामले को तूल दिया गया. तारामनी साहू का विवाद बहुत दिनों से वहां के एक पीडीएस दुकानदार से चल रहा है. दुकानदार को उक्त मुद्दे पर सबक सिखाने के उद्देश्य से ही सिमडेगा को बदनाम किया जा रहा है.
क्या है मामला
सिमडेगा के कारीमाटी गांव की 11 साल की बच्ची संतोषी कुमारी की 28 सितंबर को मौत हो गयी थी. मां कोयली देवी ने आरोप लगाया था कि भूख से उसकी बेटी की मौत हुई है़ राशन कार्ड आधार नंबर से लिंक नहीं था. इस कारण डीलर ने कई माह से राशन नहीं दे रहा था.
मौत के बाद राजनीतिक घमसान
झामुमो का आरोप:भूख से जा रही है बच्चे-बूढ़े की जान
रांची. झामुमो नेता हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में शासन व्यवस्था ध्वस्त है. लोग भूख, शराब व पुलिस की गोली से मर रहे हैं और किसान आत्महत्या कर रहे हैं. मुख्यमंत्री रघुवर दास विदेश दौरे में व्यस्त है़ं सरकार की नीतियों और लापरवाही के कारण बच्चे-बूढ़े भूख से मर रहे है़ं वहीं सरकार शराब बेचने में मस्त है़ हेमंत सोरेन बुधवार को अपने आवास पर पत्रकारों से बात कर रहे थे़
उन्होंने सिमडेगा में बच्ची की मौत मामले पर कहा : इस घटना के बाद पूरे देश में झारखंड की निंदा हो रही है़ 11 लाख गरीब परिवारों के राशन कार्ड रद्द कर दिये गये. इन्हें अनाज से वंचित कर दिया गया है़ मुख्य सचिव के आदेश से आधार कार्ड नहीं रहने पर लगभग 11 लाख गरीब परिवारों काे अनाज मिलना बंद हो गया. अनाज गोदामों में सड़ रहे है़ं मुख्य सचिव कैबिनेट की बैठक में कहतीं हैं कि हमने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया और मंत्री कहते हैं कि उनके पास वीडियो है़ अब अंदाज लगाया जा सकता है कि सरकार कैसे काम कर रही है़
जनता की कमाई उड़ा रही सरकार
हेमंत सोरेन ने आरोप लगाया कि राज्य में कुछ पदाधिकारी राजनीतिक एजेंट के रूप में काम कर रहे है़ं पैसे और वोट की व्यवस्था करते है़ं उन्होंने कहा : डीबीटी के माध्यम से अनाज वितरण पर सवाल उठता रहा है़ मंत्री सरयू राय ने भी इसका विरोध किया था़ सरकार जनता की गाढ़ी कमाई उड़ा रही है़ मौके पर झामुमो महासचिव विनोद पांडेय भी मौजूद थे़
भाजपा का जवाब: मौत पर राजनीति कर रहा है विपक्ष
रांची. भाजपा ने झामुमो पर पलटवार करते हुए कहा है कि हेमंत सोरेन को अपना इतिहास जानना चाहिए़ प्रदेश महामंत्री दीपक प्रकाश ने सिमडेगा में बच्ची की मौत को दुखद बताते हुए कहा कि विपक्ष इस मुद्दे पर राजनीति कर रहा है़ सरकार संवेदनशील है और पूरी संवेदना के साथ कार्रवाई हो रही है़ एमओ को निलंबित किया गया है़ वह पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा, झारखंड अलग राज्य के संघर्ष को झारखंड नामधारी पार्टियों ने कई बार दाग लगाया़ झारखंड आंदोलन को पैसे के लिए बेचा गया़ कांग्रेस परिवारवाद की जनक और झामुमो उसका दत्तक पुत्र है़ हेमंत सोरेन अमर्यादित, असंसदीय और अनाप-शनाप बयान दे रहे है़ं संवैधानिक पद पर रहते हुए लक्ष्मण रेखा पार कर व्यक्तिगत स्तर पर उतर आये है़ं इनको जनता समय पर जवाब देगी और देती रही है़ चाल और चरित्र उजागर हो गया है़ इसलिए लोकसभा और विधानसभा में जनता नकार चुकी है़
विकास कर रहा है राज्य
उन्होंने कहा : राज्य तेजी से विकास कर रहा है़ विश्व पटल पर अपनी पहचान बना रहा है़ झारखंड में गरीबी, बेरोजगारी और पलायन जैसी समस्या को दूर करने में सरकार जुटी है़ राज्य में यूपीए की सरकार जब-जब बनी, लूट हुई़ मंत्री जेल गये़ कांग्रेस और झामुमो ने इस राज्य को लुटने का काम किया़ झामुमो के पास जब सत्ता थी,तो यहां की खनिज संपदा को लुटने और बेचने का काम किया़ मुंबई की कंपनी को बालू से तेल निकालने की छूट दी गयी़
धर्मांतरण बिल से घबराया झामुमो
भाजपा महामंत्री ने कहा : सरकार ने जबरन धर्म परिवर्तन के खिलाफ कड़ा कानून लाया है़ धर्मांतरण बिल से झामुमो घबराया हुआ है, इसलिए बयानबाजी कर रहा है़ आदिवासी भाजपा के साथ जुड़ रहे है़ं सरना आदिवासी समाज भाजपा के साथ है़ मौके पर भाजपा के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव, दीनदयाल वर्णवाल और मुनेश्वर साहू मौजूद थे़
बोले बाबूलाल मरांडी : लोग भूख से मर रहे हैं, शर्म की बात है
सिमडेगा. झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी बुधवार को सिमडेगा के जलडेगा स्थित कारीमाटी गांव पहुंचे. कथित रूप से भूख से मरनेवाली 11 साल की संतोषी कुमारी के परिजनों से मिले. बाद में उन्होंने कहा : राज्य में लोग भूख से मर रहे हैं, यह शर्म की बात है. हमारी पार्टी आवाज उठायेगी. राज्य में 11 लाख से अधिक राशन कार्ड को रद्द कर दिया गया है. इनमें ज्यादातर राशन कार्ड गरीबों के थे. ढाई लाख वृद्धावस्था पेंशन भी रद्द की जा रही है. उन्होंने कहा : आठ दिन तक पानी पीकर रह रही बच्ची की मौत मां के सामने हो गयी. वहीं सरकार बड़े घरानों को लाभ पहुंचाने में लगी हुई है. सीओ, बीडीओ, जनसेवक, पंचायत सेवक या जनप्रतिनिधि क्या कर रहे हैं, कोई सुधि लेनेवाला नहीं. सरकार 1000 दिन पूरा करने पर जश्न मना रही है. कमीशन के लालच में आंगनबाड़ी केंद्र में भोजन का पैकेट भेजा जा रहा है. आज गांव के लोगों को राशन कार्ड और पेंशन चाहिए. भूख के कारण बच्ची का मरना अत्यंत ही दु:खद है.