कांके : सोहराई जतरा में दिखा उल्लास, उमड़े ग्रामीण
पहानों ने जतरा खूंटा की पूजा कर की जतरा की शुरुआत कांके : बोड़ेया व चूड़ी टोला में सोहराई जतरा का आयोजन किया गया. मौके पर गांवों में पहान द्वारा जतरा खूंटा की पूजा की गयी. बोड़ेया के जतरा में अरसंडे, संग्रामपुर, रेण्डो, चिरौंदी सहित अन्य गांव के खोड़हा पारंपरिक वेशभूषा में शामिल हुए. वहीं […]
पहानों ने जतरा खूंटा की पूजा कर की जतरा की शुरुआत
कांके : बोड़ेया व चूड़ी टोला में सोहराई जतरा का आयोजन किया गया. मौके पर गांवों में पहान द्वारा जतरा खूंटा की पूजा की गयी. बोड़ेया के जतरा में अरसंडे, संग्रामपुर, रेण्डो, चिरौंदी सहित अन्य गांव के खोड़हा पारंपरिक वेशभूषा में शामिल हुए. वहीं जतरा में लोग ढोल-मांदर बजाते झंडे के साथ सामूहिक नृत्य करते शामिल हुए.
आयोजन में पंसस सोमा उरांव, विश्वकर्मा पहान, गुनुवा पहान, फुलचंद तिर्की, उपप्रमुख मुकेश साहू, मुखिया अर्जुन पहान, प्रकाश उरांव, अमर तिर्की सहित सदस्यों का योगदान रहा. चूड़ी टोला में सोहराई जतरा में चौड़ी बस्ती, सेमरटोली, पतराटोली, चंदवे सहित कई गांवों के खोड़हा शामिल हुए. मुख्य अतिथि के रूप में प्रार्थना सभा के वीरेंद्र भगत मौजूद थे. जतरा को सफल बनाने में अध्यक्ष एतवा गाड़ी, मंगल टोप्पो, कृष्णा तिर्की, नवीन तिर्की, सोनू गाड़ी, अरुण तिर्की, विशाल गाड़ी, शाहदेव कच्छप का योगदान रहा.
कदमा में लगा डाइर जतरा
कदमा गांव में सोहराई के दूसरे दिन डाइर जतरा का आयोजन किया गया. जतरा स्थल पर रोहित पहान द्वारा मुर्गे की बलि देकर पूजा की गयी. जतरा में सुकुरहुटू, गागी, गारु, चेड़ी,मनातू, जयपुर के खोड़हा मंडली ढोल-मांदर बजाते व सामूहिक नृत्य करते शामिल हुए. जतरा समिति द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया. जिसमें सेलेम सलोनी सत्य म्यूजिकल ग्रुप द्वारा नागपुरी गीत-संगीत प्रस्तुत किया गया. जतरा में कांग्रेस नेता सुरेश कुमार बैठा, आइएनसीआर के प्रदेश संगठन मंत्री महेश कुमार मनीष मुख्य रूप से उपस्थित थे. आयोजन में संस्थापक मदन कुमार महतो, अध्यक्ष मुकेश मुंडा, संरक्षक गणेश महतो, राजकुमार महतो, संदीप महतो, रोहित महतो का अहम योगदान रहा.
अनगड़ा : जतरा समिति जिलिंग सरेंग, धांगरडेगा व रामपुरटोली के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को सोहराई जतरा का आयोजन किया गया. इसमें क्षेत्र के लोग परंपरागत वेशभूषा में ढोल-नगाड़ों के साथ शामिल हुए. मुख्य अतिथि पंसस तन्नु कच्छप ने कहा कि सोहराई जतरा हमारी परंपरा से जुड़ा है. मुखिया पद्मिनी देवी ने कहा कि सोहराई जतरा आदिवासी संस्कृति की पहचान है. जतरा के आयोजन में पुशुवा उरांव, राजू उरांव, विजय उरांव, शशिप्रकाश लिंडा, रवि उरांव, जगन्नाथ, चरण उरांव, दिलीप उरांव, बलकु लिंडा, विनोद उरांव का योगदान रहा.