मृत बच्ची के परिजन से मिले बाबूलाल व बंधु तिर्की
ग्रामीणों से बातचीत के बाद जिला अध्यक्ष संजय ठाकुर ने इस मामले को राजनीतिक ड्रामा बताते हुए कहा कि इसके बहाने राजनीतिक रोटी सेंकने का प्रयास हो रहा है. उन्होंने कहा कि संतोषी कुमारी के बड़े पिता पाला नायक ने बातचीत के क्रम में बताया कि संतोषी देवी हमेशा बीमार रहती थी. जिसकी चिंता घर वालों को नहीं थी. उसे अकेले छोड़ कर सभी चले जाते थे. उसकी मृत्यु भूख से नहीं, बीमारी से हुई है. किसी के द्वारा सिखा- पढ़ा कर गलत बयान दिलाया जा रहा है.
यह जानकारी मिली कि संतोषी कुमारी अपने पड़ोसी विष्णु बड़ाइक की बकरी को चराने का काम करती थी. उनके द्वारा बच्ची का इलाज कराया गया था. श्री ठाकुर ने कहा कि कारीमाटी को राजनीति अखाड़ा बनाया जा रहा है.सरकार की बढ़ती लोकप्रियता को देख कर अन्य राजनीति पार्टी में भय का माहौल है.यही कारण है कि सरकार को बदनाम करने की नाकाम कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि इस प्रकार की ओछी राजनीति से ग्रामीणों में भी आक्रोश है. प्रतिनिधिमंडल में विधायक प्रतिनिधि दीपक पूरी,जिला महामंत्री लक्ष्मण बड़ाइक, कोषाध्यक्ष अनूप प्रसाद,जलडेगा मंडल अध्यक्ष रामेश्वर सिंह, सूजन मुंडा, हेमशरण सिंह आदि शामिल थे.