गुजरात कैडर के राकेश अस्थाना का रांची और झारखंड कनेक्शन
रांची : गुजरात कैडर के जिस राजेश अस्थाना को सीबीआई का स्पेशल डायरेक्टर बनाये जाने पर विवाद खड़ा हो गया है, उनका झारखंड और रांची से गहरा नाता है. वर्ष 1961 में उनका जन्म रांची में हुआ. नेतरहाट स्कूल से उन्होंने पढ़ाई की है. 1978 में रांची केसंत जेवियर्स काॅलेज से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी […]
रांची : गुजरात कैडर के जिस राजेश अस्थाना को सीबीआई का स्पेशल डायरेक्टर बनाये जाने पर विवाद खड़ा हो गया है, उनका झारखंड और रांची से गहरा नाता है. वर्ष 1961 में उनका जन्म रांची में हुआ. नेतरहाट स्कूल से उन्होंने पढ़ाई की है. 1978 में रांची केसंत जेवियर्स काॅलेज से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद दिल्ली के प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में उच्च शिक्षा के लिए चले गये. जेएनयू से लौटने के बाद उन्होंने उसीसंत जेवियर्स कॉलेज में इतिहास पढ़ाने लगे.
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इस बीच,वह यूपीएससी की तैयारी भी करते रहे. वर्ष 1984 में अस्थाना ने पहले ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली और आईपीएस अधिकारी बन गये. उन्हें गुजरात कैडर मिला. शिक्षक के बेटे राकेश अस्थाना अपने आईपीएस जीवन के शुरुआती दौर में सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा धनबाद के एसपी रहे. रांची में वे डीआईजी के पद पर रहे.
राकेश अस्थाना की गिनती भारतीय पुलिस व्यवस्था में कर्तव्यनिष्ठ और ईमानदार आईपीएस अधिकारियों में होतीरहीहै. वर्ष 1994 में पुरुलिया में विमान से हथियार गिराये जाने के सनसनीखेज मामले की जांच की निगरानी उन्होंने ही की थी.
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इसके बाद राकेश अस्थाना को चारा घाटाला की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गयी. उन्होंने इस मामले में गंभीरता से जांच करते हुएवर्ष 1996 में चार्जसीट दाखिल की. उसके बाद ही 1997 में लालू प्रसाद पहली बार गिरफ्तार हुए थे और उन्हें सजा हुई थी. इस दौरान राकेश अस्थाना सीबीआई में बतौर एसपी पदस्थापित थे.