सिमडेगा, झरिया, देवघर व गढ़वा में भूख से नहीं हुई किसी की मौत, बोले झारखंड के खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय

रांची : सिमडेगा, झरिया, देवघर व गढ़वा में कथित भूख से हुई मौत मामले पर खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने कहा कि इन मौतों की वजह भूख नहीं है. बुधवार को प्रोजेक्ट भवन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि इन मामलों की विभागीय स्तर पर जांच करायी गयी. इसके अलावा अन्य स्त्रोतों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 26, 2017 7:10 AM

रांची : सिमडेगा, झरिया, देवघर व गढ़वा में कथित भूख से हुई मौत मामले पर खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने कहा कि इन मौतों की वजह भूख नहीं है. बुधवार को प्रोजेक्ट भवन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि इन मामलों की विभागीय स्तर पर जांच करायी गयी. इसके अलावा अन्य स्त्रोतों से भी रिपोर्ट ली गयी. इसके आधार पर पाया गया कि मृतकों के परिवार को राशन मिला था. उन्होंने कहा कि सिमडेगा में बच्ची संतोषी की मौत मामले में विभागीय स्तर पर कमी थी कि उसका राशन कार्ड रद्द कर दिया गया था.

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देवघर के रूपलाल मरांडी की मौत मामले में कहा कि सितंबर में उसके परिजनों ने राशन उठाया है. मशीन से राशन का उठाव किया गया है, लेकिन राशन कार्ड में नहीं चढ़ा है. वहीं झरिया में मृतक बैद्यनाथ के परिवार की अोर से कुछ दिन पहले राशन कार्ड के लिए आवेदन दिया गया था. गढ़वा मामले में भी अक्तूबर तक का राशन पीड़ित परिवार की अोर से उठाया गया है.

कोई भी कानून से ऊपर नहीं : उन्होंने कहा कि किसी भी अधिकारी को सरकार के निर्देशों के पालन में हेर-फेर की अनुमति नहीं है. पीएम, सीएम, मंत्री या अधिकारी कोई भी कानून से ऊपर नहीं हैं. राशन वितरण के संबंध में उन्होंने कहा कि अगर इसमें किसी तरह की कानूनी अड़चनें आती है, तो उसमें संशोधन किया जाना चाहिए.

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किसी को भी कानून से बाहर जाने की इजाजत नहीं है. उन्होंने कहा कि कोई कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, उस पर कार्रवाई होगी. सहायकों तक को स्पष्ट किया गया है कि वे फाइल का निष्पादन त्वरित करें.

नहीं चाहते आधार लागू हो : श्री राय ने कहा कि ऐसा समूह है, जो आधार के प्रयोग का लगातार विरोध कर रहा है. उनकी निष्ठा इस पर नहीं है. वह नहीं चाहते कि मशीन का इस्तेमाल हो. उन्होंने यह भी साफ किया कि आधार बिल्कुल अनिवार्य नहीं है. यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने कहा है कि लोगों का आधार विभाग बनवाये. यह जिम्मेवारी विभागीय कर्मियों की है. अगर कोई आधार के लिए आवेदन दिया है, तो वह मान्य होगा.

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बदल गयी है डीलरों की भूमिका : मंत्री ने कहा कि अब डीलरों की भूमिका बदल गयी है. 30 अक्तूबर को ऐसे डीलरों का सम्मेलन बुलाया गया है, जो सतर्कता समिति के सदस्य भी हैं. इसमें उनकी समस्या भी सुनी जायेगी. अपवाद प्रॉबल्म पुस्तिका उन्हें भी रखने को कहा जायेगा. अगर नेटवर्क काम नहीं कर रहा है, तो लाभुक को लौटायें, नहीं बल्कि राशन दे दें. पुस्तिका में चढ़ा दें.

नहींं मिला राशन, तो करें शिकायत : श्री राय ने कहा कि लगातार गांवों के दौरा के क्रम में कई समस्याएं सामने आ रही है. ऐसे में लोगों को उन्होंने कहा है कि राशन नहीं मिलने पर वे सीधे शिकायत करें. खाद्य निगम में इसकी सुनवाई भी हो रही है. हम मुआवजा भी दिलवायेंगे.

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10 क्विंटल अनाज सुरक्षित रखें : मंत्री ने कहा कि बुधवार को अधिकारियों की बैठक बुलायी गयी थी. विभागीय सचिव सहित अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में निर्देश दिया गया है कि हर प्रखंड में 10 क्विंटल अनाज रिजर्व रखा जाये. अगर किसी को जरूरत हो. भूखवाली स्थिति आ जाये, तो बीडीअो-सीअो की अनुशंसा पर उन्हें राशन दिया जायेगा. काफी पहले भी यह सिस्टम था, जिसमें 5-10 क्विंटल राशन रखा जाता था.

डीलर अपवाद रजिस्टर रखें
खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने कहा कि पहले भी यह स्पष्ट कर दिया गया है कि डीलर अपवाद रजिस्टर रखे. लाभुकों की पहचान करायें और उन्हें राशन दें. इसके लिए रजिस्टर में नाम लिख लें. अगर सॉफ्टवेयर काम नहीं कर रहा है, तो भी रजिस्टर पर लिख कर अनाज दे दें.

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