डाकिया योजना के तहत घर पहुंचा कर देना है अनाज, राहे में आदिम जनजातियों को चार माह से नहीं मिला है चावल

रांची : रांची के राहे प्रखंड में चार माह से आदिम जनजातियों को चावल नहीं मिला है.,जबकि जन वितरण प्रणाली के डाकिया योजना के तहत यहां के परिवारों को चावल घर पहुंचा कर देना था. लेकिन वितरण के आंकड़ों के मुताबिक एक फीसदी भी चावल नहीं बंटा है. इस प्रखंड में आदिम जनजातियों के कुल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 26, 2017 7:22 AM
रांची : रांची के राहे प्रखंड में चार माह से आदिम जनजातियों को चावल नहीं मिला है.,जबकि जन वितरण प्रणाली के डाकिया योजना के तहत यहां के परिवारों को चावल घर पहुंचा कर देना था. लेकिन वितरण के आंकड़ों के मुताबिक एक फीसदी भी चावल नहीं बंटा है. इस प्रखंड में आदिम जनजातियों के कुल 60 परिवार हैं. इनमें से ज्यादातर बिरहोर हैं.

उन्हें 35 किलो के हिसाब से कुल 2100 किलो चावल हर माह देनी है, लेकिन जुलाई, अगस्त, सितंबर व अक्तूबर का चावल उन्हें दिया ही नहीं गया है. हैरत तो यह कि रिपोर्ट के मुताबिक हर माह राशन का उठाव हुआ है. यह स्थिति दूसरे जिलों व प्रखंडों में भी है. आरटीआइ कार्यकर्ता सुनील महतो के मुताबिक अनाज का उठाव होने के बावजूद लाभुकों तक नहीं पहुंचाना गंभीर बात है. इससे प्रतीत होता है कि वितरण सिस्टम फेल है.

दूसरे जिलों व प्रखंडों में भी नहीं बंट रहा है अनाज
बोरियो (साहेबगंज): बोरियो में डाकिया योजना के तहत तीन अलग-अलग मार्केटिंग अफसर को आदिम जनजातियों के घरों तक राशन पहुंचाने का जिम्मा सौंपा गया है. एक एमअो को 769 आदिम जनजातीय परिवारों तक राशन पहुंचाने की जिम्मेवारी दी गयी थी, पर अगस्त में इन परिवारों तक चावल पहुंचा ही नहीं. वहीं एक अन्य एमओ ने अगस्त में ही 57 फीसदी आदिम जनजातीय परिवारों तक राशन पहुंचायी है. अक्तूबर माह की भी स्थिति ठीक नहीं है. इस माह दो एमअो ने राशन पहुंचाया ही नहीं है, जबकि एक एमओ ने 60 फीसदी परिवार तक राशन पहुंचायी है.
रंका (गढ़वा) : गढ़वा के रंका प्रखंड में मई माह में 1459 आदिम जनजातीय परिवारों तक चावल पहुंचाना था, लेकिन 42 फीसदी ही परिवारों तक चावल पहुंचा. जून, जुलाई व अगस्त में वितरण ठीक रहा, लेकिन सितंबर माह में एक भी लाभुक को चावल नहीं दिया गया.
कुरडेगा(सिमडेगा): कुरडेगा प्रखंड में अगस्त माह में 51% आदिम जनजातियों को चावल दिया गया. यहां कुल 159 आदिम जनजातीय परिवार हैं. वहीं सितंबर व अक्तूबर माह में एक भी परिवार को चावल नहीं मिला, जबकि आवंटन होता रहा. प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को आपूर्ति की जिम्मेवारी दी गयी थी.
अनगड़ा (रांची) : रांची के अनगड़ा प्रखंड में अक्तूबर माह का चावल अभी तक किसी परिवार को नहीं दिया गया है. यहां आदिम जनजाति के कुल 68 परिवार हैं. उनके बीच 2380 किलो चावल का वितरण किया जाना है. सितंबर तक तो वितरण ठीक रहा, पर अक्तूबर में इन परिवारों तक चावल नहीं पहुंचा है.

Next Article

Exit mobile version