रांची : 41.42 लाख का काम किया भुगतान हुआ 1.07 करोड़
रांची : चाईबासा के तत्कालीन एसपी ने बाड़ लगाने के काम में ठेकेदारों को काम के मुकाबले दो गुना का भुगतान किया. साथ ही काम देने के मामले में सरकार द्वारा निर्धारित नियमों का उल्लंघन किया. महालेखाकार ने चाईबासा जिला पुलिस के ऑडिट के दौरान यह मामला पकड़ा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि […]
रांची : चाईबासा के तत्कालीन एसपी ने बाड़ लगाने के काम में ठेकेदारों को काम के मुकाबले दो गुना का भुगतान किया. साथ ही काम देने के मामले में सरकार द्वारा निर्धारित नियमों का उल्लंघन किया. महालेखाकार ने चाईबासा जिला पुलिस के ऑडिट के दौरान यह मामला पकड़ा है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस मुख्यालय ने वर्ष 2013 में सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से बाड़ लगाने के लिए दर निर्धारित किया था. इसके लिए दो ठेकेदारों का भी चयन किया गया था. इसके बाद इसकी सूचना सभी जिला के पुलिस अधीक्षकों को दी गयी थी.
मुख्यालय द्वारा पुलिस अधीक्षकों को भेजे गये पत्र में कहा गया था कि वे थानों व बाहरी चौकियों की सुरक्षा के लिए बाड़ लगाने का काम मुख्यालय द्वारा चयनित ठेकेदारों को दें. जमीन पर बाड़ लाने के लिए 1117 रुपये प्रति मीटर और दीवार पर तार लगाने के लिए 803 रुपये प्रति मीटर की दर मुख्यालय ने निर्धारित की है. चाईबासा के ऑडिट के दौरान यह पाया गया कि वर्ष 2014-15 में जिले के एसपी ने नौ थानों, कैंपों और चौकियों में जमीन और दीवार पर तार लगाने का काम मुख्यालय द्वारा चयनित ठेकेदारों के बदले दूसरे ठेकेदारों के दे दिया. दूसरे ठेकेदारों के काम देने के लिए टेंडर भी नहीं प्रकाशित किया गया. ऑडिट के दौरान जांच में यह पाया गया कि एसपी ने अपनी मर्जी से जिन ठेकेदारों को काम दिया था, उन्होंने 41.42 लाख रुपये का काम किया था. हालांकि इस काम के बदले ठेकेदारों को 1.07 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया.
इस तरह एसपी ने अपने मनपसंद ठेकेदारों को काम के मुकाबले 65.39 लाख रुपये का अधिक भुगतान किया था. इस मामले में ऑडिट टीम द्वारा उठायी गयी आपत्तियों पर किसी भी स्तर से जवाब नहीं दिया गया. साथ ही ठेकेदार को किये गये अधिक भुगतान की वसूली की जानकारी भी महालेखाकार को नहीं दी गयी.