एक घंटे में 3300 लोग पैदल गुजरते हैं मेन रोड से

रांची : रांची शहर में 44 प्रतिशत लोग पैदल या साइकिल से चलते हैं. इनमें 36 फीसदी लोग ऐसे हैं, जो केवल पैदल चलते हैं. अगर सिर्फ मेन रोड की बात की जाये, तो यहां से एक घंटा में तीन हजार लोग पैदल गुजरते हैं. यह रिपोर्ट इंस्टीट्यूट फॉर ट्रांसपोर्टेशन एंड डेवलपमेंट पॉलिसी(आइटीडीपी) की है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 29, 2017 7:23 AM
रांची : रांची शहर में 44 प्रतिशत लोग पैदल या साइकिल से चलते हैं. इनमें 36 फीसदी लोग ऐसे हैं, जो केवल पैदल चलते हैं. अगर सिर्फ मेन रोड की बात की जाये, तो यहां से एक घंटा में तीन हजार लोग पैदल गुजरते हैं. यह रिपोर्ट इंस्टीट्यूट फॉर ट्रांसपोर्टेशन एंड डेवलपमेंट पॉलिसी(आइटीडीपी) की है.

नगर विकास विभाग ने पूरे शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर इस अंतरराष्ट्रीय संस्था से रिपोर्ट तैयार करायी है. इस संस्था का मूल सिद्धांत है कि सड़क पर पहला अधिकार पैदल चलनेवालों का है, पर पूरे शहर में लोग पैदल चलें, इसकी यहां कोई व्यवस्था नहीं है. सड़क के किनारे कोई पेडेस्ट्रियन वाक वे नहीं बना है. एक ही सड़क पर वाहन भी चलते हैं और लोग भी. किसी के लिए अलग-अलग लेन नहीं है.

गंगटोक का एमजी रोड है वॉकिंग स्ट्रीट
सिक्किम की राजधानी गंगटोक का प्रमुख शहर है एमजी रोड. यहां पूरी तरह वाहनों का प्रवेश बंद है. सड़क के बीचों-बीच पार्क बना हुआ है. पार्क में बेंच लगे हुए हैं. लोग सड़क किनारे बैठते भी हैं. जिनको शॉपिंग करनी है, वे पैदल चल कर ही शॉपिंग करते हैं. आइटीडीपी के राजेंद्र कुमार कहते हैं कि रांची में ऐसा देखा जा रहा है कि जो लोग कार से चलते हैं, उनकी सुविधा पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है. जबकि ऐसे लोगों की संख्या केवल पांच फीसदी है. 44 प्रतिशत लोग जो पैदल या साइकिल से चलते हैं, उनके बार में कभी कुछ नहीं सोचा जाता है. पैदल चलनेवालों को जब सुविधा मिलेगी, तो उनके लिए खतरा कम होगा. पर इसका परमानेंट समाधान देखना होगा. रांची स्मार्ट सिटी बनने जा रही है. प्रदूषण पर भी ध्यान देना होगा. सड़क पर सबके लिए लेन निर्धारित होना चाहिए. रिपोर्ट में इन सबका जिक्र किया गया है.
साइकिल शेयरिंग सिस्टम भी लागू होगा
रांची स्मार्ट सिटी का शिलान्यास हो चुका है. सरकार शीघ्र ही यहां साइकिल शेयरिंग सिस्टम लागू करने जा रही है. इसके लिए निविदा की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. इसमें कोई भी व्यक्ति साइकिल किराये पर लेकर आना-जाना कर सकता है.
क्या है शहर में ट्रैफिक
की स्थिति (प्रतिदिन)
प्रकार संख्या प्रतिशत
पैदल 9.60 लाख 36
साइकिल 2.15 लाख 8
रिक्शा 20 हजार 01
शेयर्ड अॉटो 7.35 लाख 28
अॉटो 30 हजार 01
बस 1.20 लाख 17
टू व्हीलर 4.35 लाख 17
फोर व्हीलर 1.25 लाख 05
स्रोत : आइटीडीपी का सर्वे

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