वहीं झारखंड जंगल बचाओ आंदोलन के सूर्यमणि भगत ने कहा कि यदि हम आदिवासी वन अधिकार अधिनियम 2006 का उपयोग सही तरीके से करें, तो हमें यहां से कोई नहीं हटा सकता है.
कोयलकारो परियोजना सहित अन्य योजना में विस्थापित आज भी अपने हक के लिए संघर्ष कर रहे हैं. बैठक में ग्रामीणों ने जान देंगे पर जमीन नहीं देंगे की बात कही. मौके पर विनोद कुमार मुंडा, बलराम यादव, बालेश्वर यादव, गंगाधर प्रसाद, अजीत प्रसाद, आलोक टोप्पो, जीतू भगत सहित अन्य उपस्थित थे.