रांची :दुनिया के कोने-कोने में मुश्किल में फंसे लोगों की मदद करने के लिए जानी जाती हैं भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज. उसी सुषमा स्वराज की मदद कर रहे हैंझारखंडके मुख्यमंत्री रघुवर दास.
दरअसल, भारत का नागरिक दुनिया के किसी भी कोने में मुश्किल में हो, तो मदद के लिए उसे एक ही शख्स का नाम याद आता है. भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज. वह व्यक्ति अपनी बात ट्विटर के जरिये विदेश मंत्री तक पहुंचाता है. सुषमा भी किसी को निराश नहीं करतीं. जैसे ही किसी भारतीय के मुश्किल में फंसे होने की खबर मिलती है, वह अपने मंत्रालय के कर्मचारियों और अधिकारियों को तत्काल काम पर लगा देती हैं.
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अभी तक ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया, जिसमें किसी ने सुषमा से मदद मांगी हो और उसे मदद न मिली हो. इसलिए वह दुनिया भर में मानवता का प्रतीक बन गयी हैं. भारत की एक मूक-बधिर बेटी, जो गलती से पाकिस्तान चली गयी थी और पिछले दिनों सुषमा के प्रयास से भारत लौटी, के माता-पिता की तलाश चल रही है. इस मामले में सुषमा स्वराज खुद सक्रिय हैं. वह चाहती हैं कि गीता किसी गलत आदमी के हाथ में न चली जाये.
कृपया गीता के परिवार को ढूंढने में मेरी मदद करें.
कृपया इस ट्वीट तो रीट्वीट कर दें.https://t.co/HglQXacGrG
. pic.twitter.com/KyG6H942ur— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) November 3, 2017
इसलिए जब गढ़वा के एक दंपती ने दावा किया कि गीता उनकी बेटी है, तो गीता को उनकी तस्वीर दिखायी गयी. गीता ने दंपती को अपना माता-पिता मानने से इन्कार कर दिया. हालांकि, सरकार ने फैसला किया है कि गढ़वा के उस दंपती का डीएनए टेस्ट कराया जायेगा, ताकि गीता के डीएनए से उसका मिलान कर यह तय किया जा सके कि बेटी अपने माता-पिता को पहचान नहीं पा रही है या गढ़वा के दंपती का दावा झूठा है.
गीता को उसके माता-पिता से मिलवाने के अभियान को सफल बनाने के लिए सुषमा स्वराज ने देश के सभी नागरिकों से मदद मांगी है. खासकर इंटरनेट यूजर्स से. ट्विटर इस्तेमाल करने वालों से. सुषमा स्वराज ने गीता के साथ अपनी एक तस्वीर ट्विटर पर पोस्ट की है और लोगों से अपील की है कि वे इसे री-ट्वीट कर दें.
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास समेत देश के भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी उनकी अपील पर उनकी ट्वीट को री-ट्वीट कर रहे हैं.