बिरसा जयंती पर उलिहातू से पदयात्रा शुरू करेगी भाजपा

रांची : भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर भाजपा एसटी मोरचा की ओर से पदयात्रा कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा. कार्यक्रम 14 नवंबर को बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू से शुरू होगी. केंद्रीय आदिवासी कल्याण मंत्री जुएल उरांव भी उलिहातू पहुंचेंगे. पदयात्रा 15 नवंबर को रांची में बिरसा चौक पर पहुंचेगी. पदयात्रा कार्यक्रम 15 दिसंबर को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 6, 2017 7:04 AM
रांची : भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर भाजपा एसटी मोरचा की ओर से पदयात्रा कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा. कार्यक्रम 14 नवंबर को बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू से शुरू होगी. केंद्रीय आदिवासी कल्याण मंत्री जुएल उरांव भी उलिहातू पहुंचेंगे. पदयात्रा 15 नवंबर को रांची में बिरसा चौक पर पहुंचेगी. पदयात्रा कार्यक्रम 15 दिसंबर को दुमका में समाप्त होगा. कार्यक्रम के जरिये भाजपा संताल परगना में ताकत दिखायेगी. संताल परगना के आदिवासी मंत्री, विधायक और पदाधिकारी अपने-अपने जिले में पदयात्रा कार्यक्रम में शामिल होंगे़ पदयात्रा के दौरान भाजपा के पदाधिकारी-कार्यकर्ता सभा भी आयोजित करेंगे. इसमें सरकार की उपलब्धियां बतायी जायेगी़.

कार्यक्रम को लेकर सीएम रघुवर दास ने रविवार को पार्टी के आदिवासी मंत्री व विधायकों के साथ बैठक की. बैठक में रामकुमार पाहन, मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा, विधायक शिवशंकर उरांव व हरेकृष्ण सिंह शामिल हुए़ विधायक नवीन जायसवाल भी मौजूद थे.
बैठक में मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम की सराहना की और कहा कि झारखंड के शहीदों के प्रति पार्टी ऐसे कार्यक्रम से सम्मान प्रकट करती रही है. कार्यक्रम में लोगों की भागीदारी ज्यादा से ज्यादा बढ़ाने की कोशिश होनी चाहिए़ उन्होंने राज्य के सभी आदिवासी मंत्री व विधायकों को इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने को कहा. कार्यक्रम में बुद्धिजीवियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी जोड़ने का प्रयास करने को कहा.

कार्यक्रम को यादगार बनाने को कहा
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा : कार्यक्रम यादगार बनाया जाये. उन्होंने मंत्री और विधायकों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने जिले में समन्वय बना कर कार्यक्रम को बेहतर तरीके से आयोजित करे़ं मुख्यमंत्री पदयात्रा में शामिल लोगों के स्वागत के लिए 15 नवंबर को बिरसा चौक पहुंचेंगे. रामकुमार पाहन ने कहा कि भाजपा के प्रति जनजातीय समाज, खास कर सरना समाज का पहले से झुकाव रहा है़ कार्यक्रम में आदिवासी समाज के ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी होगी. पार्टी के पक्ष में व्यापक गोलबंदी होगी.

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