1937 में बुंडू अाये थे नेहरू, अमानत अली ने किया था स्वागत
बुंडू/रांची: देश में अंग्रेजी हुकूमत थी़ 1937 मेें अंग्रेजी शासन व्यवस्था के बीच बिहार विधानसभा का चुनाव हो रहा था़ उसी क्रम में जवाहरलाल नेहरू बुंडू के मौसीबाड़ी मैदान में सभा करने आये थे़ वयोवृद्ध कांग्रेसी अमानत अली अब 94 वर्ष के हैं. उन्हें वह दिन याद है़ अमानत अली तब 13 वर्षीय मीडिल स्कूल […]
बुंडू/रांची: देश में अंग्रेजी हुकूमत थी़ 1937 मेें अंग्रेजी शासन व्यवस्था के बीच बिहार विधानसभा का चुनाव हो रहा था़ उसी क्रम में जवाहरलाल नेहरू बुंडू के मौसीबाड़ी मैदान में सभा करने आये थे़ वयोवृद्ध कांग्रेसी अमानत अली अब 94 वर्ष के हैं. उन्हें वह दिन याद है़ अमानत अली तब 13 वर्षीय मीडिल स्कूल के छात्र थे़ उन्होंने छात्रों के हुजूम के साथ नेहरू को फूल माला देकर स्वागत किया था़.
बिहार विधानसभा में एमएलसी रहे अमानत अली ने प्रभात खबर को बताया कि अग्रेजी हुकूमत ने नोटिस जारी कर स्कूली छात्रों को जाने से मना किया था़ इसके बावजूद सभा में वे शामिल हुए़ इसके पश्चात वर्ष 1951 में हवाई अड्डा में पंडित जवाहर लाल नेहरू को फूल माला पहना कर स्वागत किया था. उस समय अमानत अली एआइसीसी सदस्य थे.
नेहरू जी आजादी के बाद बिहार विधानसभा के चुनाव के प्रचार में भी आये थे़ इसी तरह नेहरू जी के साथ 1952 में एआइसीसी की बैठक एवं 1955 में युथ लीडर कैंप दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में साथ थे़. अमानत अली बताते हैं कि नेहरू जी ने 1955 में एआइसीसी के सदस्यों को मेरे कंधे का सहारा लेकर 45 मिनट तक संबोधित किया था़. नेहरू जी उस समय बुजुर्ग थे़ इसके अलावा 1957 और 58 में भी वह कई कार्यक्रम में शरीक हुए थे़ 13 नवंबर 1964 को कांग्रेस भवन का उद्घाटन नेहरू जी के हाथों से कराया था़ .नेहरू जी की अनुमति से ही रांची में जिला कांग्रेस का चुनाव कराने के लिए तत्कालीन राज्यसभा सांसद देवकी नंदन पांडेय रांची आये थे़ उस समय टी मूची राय मुंडा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष का चुनाव जीते थे़.
जवाहरलाल नेहरू की जयंती आज
मौसी बाड़ी मैदान में हुई थी सभा, 1951 में रांची पहुंचे थे नेहरू
यूथ लीडर कैंप में अमानत अली के कंधे का सहारा लेकर 45 मिनट तक नेहरू ने दिया था भाषण