विकास हुआ है, और की जरूरत है

रांची : राज्य गठन के बाद विकास तो हुआ है, लेकिन इसकी गति और तेज करने की जरूरत है. बुधवार को मोरहाबादी मैदान में आयोजित स्थापना दिवस कार्यक्रम में सरकार ने कई नयी योजनाओं की शुरुआत की, जिसका लाभ सूबे के लाखों गरीब परिवारों को मिलेगा़ सरकार द्वारा नयी सेवाओं के शुरू करने पर प्रतिक्रिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 16, 2017 7:50 AM
रांची : राज्य गठन के बाद विकास तो हुआ है, लेकिन इसकी गति और तेज करने की जरूरत है. बुधवार को मोरहाबादी मैदान में आयोजित स्थापना दिवस कार्यक्रम में सरकार ने कई नयी योजनाओं की शुरुआत की, जिसका लाभ सूबे के लाखों गरीब परिवारों को मिलेगा़ सरकार द्वारा नयी सेवाओं के शुरू करने पर प्रतिक्रिया भी देखने को मिली. आइए जानते हैं किसने क्या कहा. प्रस्तुत है बातचीत के अंश.
ये थे उपस्थित : राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, मुख्यमंत्री रघुवर दास, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, मंत्री सीपी सिंह, मेयर आशा लकड़ा, सांसद रामटहल चौधरी, रवींद्र राय, पूर्व सांसद सुबोधकांत सहाय, मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, विकास अायुक्त अमित खरे, कार्मिक सचिव निधि खरे, मनरेगा आयुक्त सिद्धार्थ त्रिपाठी तथा शरद संगम में आये देश-विदेश के फॉलोअर्स.
राज्य में विकास तो हुआ ही है. वर्तमान सरकार ने कई योजनाएं शुरू की है, जिसका लाभ मिल रहा है. लेकिन अभी और विकास करने की जरूरत है.
राजकिशाेर महतो
विकास हुआ है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में सरकार को और ध्यान देने की जरूरत है. सरकार की कई योजनाएं गांव तक नहीं पहुंचती है. इस पर गंभीरता से नजर रखने की आवश्यकता है.
विमला देवी
किसान को खेत, खलिहान की चिंता रहती है, इसलिए वह उसी के बारे में सोचता है. सिंचाई की समुचित व्यवस्था होगी, तो धरतीपुत्रों की दशा आैर दिशा खुद ही बदल जायेगी. इस पर काम होना चाहिए.
अबिराम महतो
एंबुलेंस की सेवा शुरू की गयी है, जिससे कभी भी अावश्यकता पड़ने पर इसका उपयोग किया जा सकता है. इससे समय पर लोगों को इलाज मिल पायेगा. लोग असमय नहीं मरेंगे.
नागेश्वर राम
स्वास्थ्य बीमा की शुरुआत कर सरकार ने बड़ा काम किया है. इससे गरीब को स्वास्थ्य का लाभ मिल पायेगा. पहले पैसा के अभाव के कारण लोग इलाज नहीं करा पाते थे.
झमन साव
सरकार को अभी और काम करने की जरूरत है, क्योंकि कई क्षेत्र में नाली, बिजली व पानी की समस्या है. पानी के लिए लोगों को दूर-दूर तक जाना पड़ता है. वैसे सरकार अब कुछ काम रही है.
रवींद्र सिंह
स्थापना दिवस पर कई नयी योजना शुरू की गयी, जिसका काफी दिनों से इंतजार था. एंबुलेंस नहीं मिलने से कई लोग समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाते थे. अब उनको लाभ मिलेगा.
चेतलाल सिंह
राज्य के विकास के लिए अभी बहुत कुछ करना है, क्योंकि धरातल पर योजना का लाभ नहीं पहुंच पा रहा है. बिजली, पानी एवं सिंचाई जैसी मूलभूत जरूरत के मामले में भी पीछे हैं.
निरंजन प्रजापति
ईश्वर-अर्जुन संवाद के बारे में
ईश्वर-अर्जुन संवाद योगदा सत्संग सोसाइटी के संस्थापक परमहंस योगानंद जी द्वारा मूल रूप से अंगरेजी में लिखे गॉड (कृष्ण) टॉक्स विद अर्जुन का हिंदी अनुवाद है. गीता की नवीनतम, अाधुनिक व वैज्ञानिक व्याख्या. अंगरेजी में यह किताब सबसे पहले 1995 में प्रकाशित हुई थी.
इसके बाद जर्मन व फ्रेंच सहित अन्य भाषाअों में इसका अनुवाद हुआ. हिंदी में इसका अनुवाद कई वर्षों की मेहनत का परिणाम है, जिसे सोसाइटी के स्वामी नित्यानंद जी के नेतृत्व में एक संपादकीय टीम ने अंजाम दिया है. दो खंड में इस किताब की कीमत 545 रु है.

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