झारखंड-बिहार के कई बड़े नक्सली दोबारा संगठन में हो सकते हैं शामिल
रांची : खुफिया विभाग से पुलिस को सूचना मिली है कि झारखंड-बिहार के कई बड़े पुराने नक्सली दोबारा संगठन में शामिल हो सकते हैं. सूचना मिलने के बाद इस मामले में पुलिस अधिकारियों ने रिपोर्ट तैयार की है. तैयार रिपोर्ट के अनुसार शीर्ष महिला नक्सली गिरिडीह निवासी सीता मरांडी उर्फ शोभा मरांडी (पति कृष्णा दा […]
रांची : खुफिया विभाग से पुलिस को सूचना मिली है कि झारखंड-बिहार के कई बड़े पुराने नक्सली दोबारा संगठन में शामिल हो सकते हैं. सूचना मिलने के बाद इस मामले में पुलिस अधिकारियों ने रिपोर्ट तैयार की है. तैयार रिपोर्ट के अनुसार शीर्ष महिला नक्सली गिरिडीह निवासी सीता मरांडी उर्फ शोभा मरांडी (पति कृष्णा दा उर्फ प्रशांत घोष) ओड़िसा राज्य में 2016 में न्यायिक हिरासत से मुक्त हो चुकी है. वह वर्तमान में भूमिगत शीर्ष उग्रवादी प्रशांत घोष के संगठन में शामिल हो सकती है.
वहीं दूसरी ओर औरंगाबाद निवासी शीर्ष नक्सली प्रमोद मिश्रा उर्फ तारकेश्वर मिश्र बिहार राज्य में न्यायिक हिरासत से अगस्त 2017 में जमानत पर मुक्त हो चुका है. वह भी दोबारा संगठन में शामिल हो सकता है. शीर्ष नक्सली सारण निवासी बच्चया प्रसाद सिंह उर्फ बलराज उर्फ अरविंद 31 मई 2016 को जमानत पर मुक्त हाे चुका है. वह शीर्ष उग्रवादी नेताओं के साथ बिहार के किसी स्थान पर बैठक करने की तैयारी में है.
रिपोर्ट में बच्चया प्रसाद सिंह के बारे में इस बात का भी उल्लेख है कि वह अर्जुन प्रसाद सिंह और गोपाल मिश्रा से संपर्क स्थापित कर किसी बड़ी नक्सली घटना को अंजाम दे सकता है. वहीं दूसरी ओर पश्चिम बंगाल का 24 परगना निवासी शीर्ष नक्सली पुरेंद्र शेखर भी न्यायिक हिरासत से जमानत पर मुक्त हो चुका है. खुफिया विभाग को सूचना मिली है कि वह शीर्ष नक्सली किशन दा के संपर्क में है. नक्सली अलकांता रंभा के बारे में खुफिया विभाग को सूचना मिली है कि 17 दिसंबर, 2016 को सेंट्रल जेल गुवाहाटी से वह जमानत पर मुक्त हो चुका है. वह वर्तमान में अपने निवास स्थल के पास ही चाय की दुकान चलाता है.
रिपोर्ट में इस बात का भी उल्लेख है कि उपरोक्त शीर्ष नक्सली संगठन में शामिल हो सकते हैं. इसलिए झारखंड पुलिस ने सभी शीर्ष नक्सलियों की गतिविधियों की जांच शुरू कर दी है. जांच के दौरान पुलिस वैसे सभी नक्सलियों की गतिविधियों का सत्यापन करेगी, जो पूर्व में जमानत पर जेल से बाहर निकल चुके हैं.