झारखंड : 325 करोड़ से अधिक की अघोषित संपत्ति मिली, कारोबारी ने की आत्महत्या की कोशिश

धनबाद : कोयला व रियल एस्टेट क्षेत्र से जुड़े आठ कारोबारियों के 26 ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी रहा. अब तक इन कारोबारियों के 325 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित संपत्ति का खुलासा हो चुका है. कोयला कारोबारी रोहित शर्मा के खातों से 70 करोड़ रुपये मिले हैं. उनके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 18, 2017 7:43 AM
धनबाद : कोयला व रियल एस्टेट क्षेत्र से जुड़े आठ कारोबारियों के 26 ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी रहा. अब तक इन कारोबारियों के 325 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित संपत्ति का खुलासा हो चुका है. कोयला कारोबारी रोहित शर्मा के खातों से 70 करोड़ रुपये मिले हैं. उनके 25 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है. उनके पास से पांच आरडी एकाउंट भी मिले हैं
इसमें कितनी राशि जमा है. इसका खुलासा नहीं हो पाया है. पांच से सात लाख की वार्षिक आय दिखानेवाला रोहित जांच में करोड़पति निकला. जबकि उनकी एक-एक कंपनी का टर्नओवर 12 से 15 करोड़ रुपये का है.
सहायक आयकर निदेशक सुनील किशन आगवाणे के नेतृत्व में देर शाम तक कुल आठ कारोबारियों के 26 ठिकानों पर शुरू हुई छापामारी में से 17 स्थानों पर पूर्ण हो गया. जबकि प्रदीप देवरालिया, कृष्ण गोपाल अग्रवाल, रोहित शर्मा के नौ ठिकानों पर देर रात तक छापामारी जारी थी. सूत्रों के अनुसार, शनिवार को भी यह अभियान जारी रहने की संभावना है.
50 डायरी मिली
कोयला कारोबारी रोहित शर्मा के झरिया स्थित आवास पर शुक्रवार को छापामारी शुरू की गयी. गुरुवार को इनके बेटे का रिसेप्शन होने के कारण छापामारी नहीं हो पायी थी. रोहित के घर से 50 छोटी डायरी जब्त हुई हैं. सभी डायरी में केवल पैसे देनेवाले का नाम एवं राशि का ब्योरा है.
इन डायरियों को जब्त कर लिया गया है. रोहित की पांच कंपनी हैं. इनके नाम हैं जय मां गायत्री, जय मां काली, जय मां शक्ति, शर्मा एंड संस तथा आरके शर्मा एंड संस. 2005 में इन्होंने कंपनी बनायी थी. इन सभी कंपनियों में निदेशक व शेयर होल्डर रोहित व उसके परिवार के सदस्य हैं. हालांकि, सर्च के दौरान उनके घर से केवल 75 हजार रुपया नकद ही मिला.
कारोबारी गोपाल ने की आत्महत्या की कोशिश
कोयला एवं रियल इस्टेट कारोबारी कृष्ण गोपाल अग्रवाल ने छापामारी के दौरान दीवार पर सिर पटक कर आत्महत्या करने की कोशिश की. आयकर अधिकारियों और कर्मियों ने तत्काल उसे पकड़ लिया. डॉक्टरों को बुलाया गया. गोपाल छापामारी में सहयोग नहीं कर रहे थे. अजीब हरकतें कर रहे थे.

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