शिक्षकों की समस्याओं पर हुआ विचार-विमर्श

रांची : अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ झारखंड प्रदेश का दो दिवसीय अभ्यास वर्ग मानव संसाधन विकास केंद्र में शुरू हुआ. इसमें आठ सत्रों में शिक्षक कार्यकर्ता की भूमिका, एबीआरएसएम के सिद्धांत व इतिहास, शिक्षकों की मूलभूत समस्याओं, सातवां पे कमीशन एवं विसंगतियां, सदस्यता, प्रवास, आगामी कार्यक्रम आदि पर विचार-विमर्श किया गया. डॉ मनोज कुमार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 20, 2017 7:52 AM
रांची : अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ झारखंड प्रदेश का दो दिवसीय अभ्यास वर्ग मानव संसाधन विकास केंद्र में शुरू हुआ. इसमें आठ सत्रों में शिक्षक कार्यकर्ता की भूमिका, एबीआरएसएम के सिद्धांत व इतिहास, शिक्षकों की मूलभूत समस्याओं, सातवां पे कमीशन एवं विसंगतियां, सदस्यता, प्रवास, आगामी कार्यक्रम आदि पर विचार-विमर्श किया गया.
डॉ मनोज कुमार अौर डॉ अशोक चौधरी ने सातवां पे कमीशन पर विस्तार से चर्चा की. इसमें कई विसंगतियां पायी गयीं. इसके समाधान के लिए राज्य स्तर पर पहल करने का निर्णय हुआ. डॉ अजय सिन्हा ने शिक्षकों को पीएचडी इंक्रीमेंट नहीं देने, एजीपी अौर प्रोन्नति समय पर नहीं देने का मुद्दा उठाया. अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री महेंद्र कपूर ने कहा कि शिक्षा अौर शिक्षकों के हित में महासंघ 29 वर्षों से काम कर रहा है. महाविद्यालयों अौर विश्वविद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं. इसका अच्छा परिणाम भी दिख रहा है. दिसंबर में पूरे राज्य में महासंघ की अोर से सदस्यता अभियान चलाया जायेगा.
इस अभ्यास वर्ग में पांचों विश्वविद्यालय के 45 कार्यकर्ता उपस्थित थे. इनमें डॉ एस पी सिन्हा, डॉ अशोक चौधरी, डॉ बीके मिश्रा, डॉ गोखुल नारायण दास, डॉ विजय प्रकाश, डॉ अजय सिन्हा, डॉ ब्रजेश कुमार, डॉ सुनीता गुप्ता, डॉ ज्योति प्रकाश, डॉ निर्मला प्रसाद, डॉ सुनीता कुमारी, डॉ मीरा कुमारी, डॉ शशि कुमार गुप्ता आदि उपस्थित थे.

Next Article

Exit mobile version