आधी सड़क पर सज रहीं दुकानें और आधी ई-रिक्शों के कब्जे में

मेन रोड का हाल. पैदल चलने तक की जगह नहीं मिलती रांची : मेन रोड एक ऐसी जगह है, जहां हर आय वर्ग के लोगों की जरूरत का सामान और सेवाएं उपलब्ध होती हैं. यही वजह है कि राजधानी के हर कोने से लोग इस जगह आते रहते हैं. लेकिन, मौजूदा समय में इस व्यावसायिक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 24, 2017 8:08 AM
मेन रोड का हाल. पैदल चलने तक की जगह नहीं मिलती
रांची : मेन रोड एक ऐसी जगह है, जहां हर आय वर्ग के लोगों की जरूरत का सामान और सेवाएं उपलब्ध होती हैं. यही वजह है कि राजधानी के हर कोने से लोग इस जगह आते रहते हैं. लेकिन, मौजूदा समय में इस व्यावसायिक सड़क पर लोग बहुत जरूरत पड़ने पर ही आते हैं.
सड़क को इस स्थिति में लाने के लिए जितने जिम्मेदार जिला प्रशासन और रांची नगर निगम हैं, उतने ही यहां के स्थायी और फुटपाथ दुकानदारों भी.
हाल के दिनों में इस सड़क पर सबसे अधिक जाम अगर किसी वाहन ने बढ़ाया है, तो वह ई-रिक्शा. नगर निगम द्वारा इस सड़क पर चलने के लिए जहां केवल 45 ई-रिक्शा को परमिट दिया गया है. लेकिन, पैसे कमाने की लालच में इस सड़क पर अन्य रूटों के भी ई-रिक्शा चलने लगते हैं. ई-रिक्शा भी झुंड की शक्ल में अलबर्ट एक्का चौक से लेकर सर्जना चौक तक खड़े रहते हैं. इससे सड़क की चौड़ाई कम हो जाती है. नतीजा वाहन तेज गति से नहीं चल पाते हैं और सड़क जाम हो जाती है.
दुकान का सामान निकाल कर सड़क पर ही रखेंगे : मेन रोड में ऐसी कई बड़ी दुकानें हैं, जिनमें प्रतिदिन लाखों रुपये का कारोबार होता है. ये अपना बिजनेस बढ़ाने के लिए दुकान का 70 प्रतिशत सामान दुकान के बाहर सड़क पर या नाली के स्लैब पर रख देते हैं. इसके कारण पैदल यात्रियों को भी सड़क पर चलना पड़ता है. इसका असर सड़क पर चल रहे वाहनों पर पड़ता है.
चार मंजिला दुकानें बना ली, दो वाहन खड़े करने भर की जगह नहीं : अलबर्ट एक्का चौक से लेकर सुजाता चौक तक ऐसी दुकानों की संख्या सैकड़ों में हैं, जहां प्रतिदिन कम से कम 500 से लेकर 10 हजार लोग तक खरीदारी करने आते हैं. लेकिन, मेन रोड गुरुद्वारा के समीप कई ऐसे बड़े प्रतिष्ठान हैं, जहां दो वाहन भी पार्क करने की जगह नहीं है. ऐसे में यहां जो भी लोग खरीदारी करने आते हैं. वे अपने वाहन को सड़क पर ही खड़ा करने के लिए विवश होते हैं. नतीजा जाम लगा रहता है.
यह हो सकता है समाधान
ई-रिक्शा के लिए राजेंद्र चौक और अलबर्ट एक्का चौक पर स्टैंड बनाया जाये.
सफेद रेखा के बाहर किसी भी प्रकार के वाहन और दुकान का सामान को रखने की अनुमति न हो.
अगर कोई सफेद रेखा के बाहर सामान रखता है या वाहन खड़ा करत है, तो उसे तुरंत जब्त किया जाये.
किसी भी दुकानदार को अपना वाहन दुकान के बाहर खड़ा रखने की अनुमति न दी जाये. अगर वाहन पार्क करना ही है, तो मेन रोड में निगम के पार्किंग स्थल का उपयोग करे.
रही-सही कसर फुटपाथ दुकानदारों ने पूरी कर दी
इस सड़क की ट्रैफिक व्यवस्था को नारकीय बनाने में फुटपाथ दुकानदारों का भी अहम रोल है. मेन रोड के हनुमान मंदिर के सामने तो सड़क के मूल चौड़ाई के 70 प्रतिशत भाग पर तो फुटपाथ दुकानदार ठेला लगाकर कपड़ा बेचते हैं. जिसके कारण काली मंदिर चौक से अलबर्ट एक्का चौक जाने वाले वाहन रेंगते रहते हैं.

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