झारखंड : दलबदल मामले की सुनवाई, गवाह ने बताया झाविमो के नेता तौहीद को प्रदीप यादव

रांची : स्पीकर दिनेश उरांव ने शुक्रवार को झाविमो छोड़ कर भाजपा में जाने वाले छह विधायकों के दलबदल मामले की सुनवाई की़ प्रतिवादी पक्ष आरोपी विधायक रणधीर सिंह और आलोक चौरसिया की ओर से दो-दो गवाह न्यायाधिकरण में पेश किये गये. वादी पक्ष (बाबूलाल मरांडी व प्रदीप यादव के पक्ष से) की आेर से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2017 6:58 AM
रांची : स्पीकर दिनेश उरांव ने शुक्रवार को झाविमो छोड़ कर भाजपा में जाने वाले छह विधायकों के दलबदल मामले की सुनवाई की़ प्रतिवादी पक्ष आरोपी विधायक रणधीर सिंह और आलोक चौरसिया की ओर से दो-दो गवाह न्यायाधिकरण में पेश किये गये. वादी पक्ष (बाबूलाल मरांडी व प्रदीप यादव के पक्ष से) की आेर से इन गवाहों का प्रतिपरीक्षण (क्रॉस एक्जामिन) किया गया़ इस दौरान कई बार हास्यास्पद स्थिति भी पैदा हुई़
कुछ देर बाद उपेंद्र कुमार को बना दिया प्रदीप यादव
वादी पक्ष के अधिवक्ता आरएन सहाय ने श्री चौरसिया की ओर से गवाही देने पहुंचे शिवशंकर प्रसाद से पूछा कि आप झाविमो विधायक प्रदीप यादव और प्रकाश राम को पहचानते है़
गवाह ने कहा कि हां, पहचानता हू़ं इस पर अधिवक्ता ने कहा कि इस कमरे में कौन प्रदीप यादव हैं? गवाह ने पहले झाविमो के प्रवक्ता तौहीद आलम को प्रदीप यादव बताया, फिर कुछ देर बाद वहीं बैठे उपेंद्र कुमार को प्रदीप यादव बता दिया, जबकि प्रदीप यादव भी कमरे में मौजूद थे़ इसके बाद शिवशंकर प्रसाद और रामलाल ने गवाही दी़
वहीं मंत्री रणधीर सिंह की ओर से राजेंद्र मंडल और पप्पू तिवारी ने गवाही दी़ इस बार प्रदीप यादव ने दोनों का क्रॉस एक्जामिन किया़ उन्होंने दोनों गवाहों से झाविमो केंद्रीय समिति की बैठक, फिर दलादली में हुई बैठक के बाबत सवाल पूछे़ पप्पू का कहना था कि दलादली की बैठक में विधायकों और पदाधिकारियों ने भाजपा में विलय का फैसला किया था़ श्री यादव ने पूछा कि बैठक हॉल में हुई थी या मैदान मे़ं कुर्सी पर बैठे थे कि नीचे़ इस पर गवाह ने कहा याद नहीं है़ अचानक प्रदीप यादव को कहा कि पहले आप झाविमो में थे़ उसके महासचिव थे़ अाज आप झाविमो में नहीं है़ं
सुनवाई शुरू होते ही प्रतिवादी पक्ष के अधिवक्ताओं का कहना था कि उनकी ओर से गवाहों की संख्या ज्यादा है़ गवाहों को एक साथ शपथ पत्र देने को कहा गया है़ वे गवाहों की सूची शॉर्ट लिस्ट कर रहे है़ं इसके लिए एक महीने का समय दे़ं स्पीकर ने कहा कि एक महीने नहीं, अगली सुनवाई एक दिसंबर को होगी़ उस दिन सूची जमा कर दे़ं
आरोप किन-किन पर
रणधीर सिंह, अमर कुमार बाउरी, नवीन जायसवाल, जानकी यादव, आलोक चौरसिया और गणेश गंझू़

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