अब तक 99 टाना भगतों के परिवारों के नाम हुई जमीन

टाना भगत के लिए गेस्ट हाउस निर्माण के लिए भूमि चिह्नित करने का निर्देश रांची : रांची जिले में टाना भगत परिवारों की संख्या लगभग 759 है. इनमें से अब तक 99 टाना भगत परिवारों के नाम जमीन नामांतरण कर दिया गया है. शेष में कार्रवाई चल रही है. 759 टाना भगतों में महिला टाना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2017 8:05 AM
टाना भगत के लिए गेस्ट हाउस निर्माण के लिए भूमि चिह्नित करने का निर्देश
रांची : रांची जिले में टाना भगत परिवारों की संख्या लगभग 759 है. इनमें से अब तक 99 टाना भगत परिवारों के नाम जमीन नामांतरण कर दिया गया है. शेष में कार्रवाई चल रही है. 759 टाना भगतों में महिला टाना भगतों की संख्या 116 है. वहीं, 328 टाना भगत ऐसे हैं, जिनके बच्चे दसवीं कक्षा तक की पढ़ाई कर रहे हैं. 53 टाना भगत ऐसे हैं, जिनके बच्चे 12वीं की पढ़ाई कर रहे हैं. टाना भगताें की संख्या सबसे अधिक बेड़ो प्रखंड में है. वहां 194 टाना भगत निवास करते हैं.
टाना भगतों की मांग को लेकर पिछले दिनों जिला प्रशासन के पदाधिकारियों की गंगा टाना भगत की उपस्थिति में बैठक हुई. जानकारी के मुताबिक बैठक में श्री भगत द्वारा उपलब्ध कराये गये प्रतिवेदन की जांच शुरू कर दी गयी है. अपर समाहर्ता अंजनी कुमार मिश्र द्वारा हेहल सीओ को गेस्ट हाउस के लिए जमीन चिह्नित करने का निर्देश भी दिया जा चुका है.
30 नवंबर को टाना भगत विकास प्राधिकार की बैठक में होगी चर्चा
रांची. टाना भगत विकास प्राधिकार की बैठक 30 नवंबर को मुख्य सचिव राजबाला वर्मा की अध्यक्षता में होगी. इसमें टाना भगतों की 17 मांगों पर विस्तार से चर्चा की जायेगी. बैठक दिन के 12 बजे से आरंभ होगी.
अधिकारी इन मामलों पर चर्चा करेंगे
वर्ष 1956 से देय सेस की राशि की माफी एवं भविष्य में टोकन के रूप में मात्र एक रुपये सेस की वसूली.
उत्तराधिकार के आधार पर नामांतरण.
गृह विहीन को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गृह निर्माण की स्वीकृति एवं कच्चे मकान वाले के लिए पक्के मकान के निर्माण की स्वीकृति.
प्रत्येक परिवार को चार-चार गाय देने की स्वीकृति.
10वीं से कम पढ़े हुए लोगों को कौशल विकास मिशन द्वारा प्रशिक्षण.
महिलाओं को कंबल निर्माण के लिए प्रशिक्षण देने एवं निर्मित कंबल को सरकार द्वारा क्रय करना.
सिंचाई के लिए कुआं एवं तालाब निर्माण के लिए राशि उपलब्ध कराना.
रांची में छात्रावास व गेस्ट हाउस का निर्माण करने पर विचार

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