रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रांची शहर को बेहतर बनाने के लिए नगर निगम के अंतर्गत योजनाओं, विकास कार्यों, साफ-सफाई और यातायात की समीक्षा बैठक की. देश के सभी शहरों में आप यातायात देखते होंगे, लेकिन वे शहर अनुशासन में रहते हैं. रांची में ऐसा नहीं दिखता. पढ़े-लिखे लोग भी कानून तोड़ते हैं. फोन करवाते हैं, ये रांची में नहीं चलेगा. ऐसा ही हाल रहा तो रांची की हालत बदतर हो जाएगी. सोच बदलें. हमें सुरक्षित, स्वस्थ्य और अनुशासित रांची बनाना है. सर्वे करवाएं कि कौन आपके आसपास गरीब है.
गरीब को रोजगार चाहिए, वे ईमानदार होते हैं. एक साल के अन्दर जो भी BPL हैं, उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकें तो यह हमारे लिए गर्व की बात होगी.मुख्यमंत्री ने आज अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि दुनिया के साथ अगर हम नहीं बढ़ेंगे तो पिछड़ जाएंगे. दिल्ली, मुंबई बढ़ रहा है लेकिन रांची नहीं. अधिकारी ऐसा काम करें कि लोग उन्हें याद रखें चाहे आपका पद रहे न रहे. हर चीज नगर निगम की जिम्मेदारी नहीं है. आप लोग दौरे पर जाते हैं, जो वहां से सीखते हैं, उसे अपने यहां लागू करें.
कोई भी स्थायी नहीं है, न आप, न वार्ड और न ही मुख्यमंत्री, इसलिए पद की चिंता मत करिए. आपको-हमें मिलकर काम करना है. आप कुछ नया करेंगे तो कुछ लोग विरोध करेंगे, यह मानव स्वभाव है. नेता वही है जो निर्णय लेने की क्षमता रखता हो, आप नहीं लेंगे तो बाहर हो जाएंगे.उन्होंने कहा कि इस साल जनवरी से सितंबर के दौरान 2215 घटनाएं हुईं. हमें घटना होने के बाद व्यवस्था सुधारने की क्यों सोचते हैं, हमें पहले से दुर्घटनाएं रोकने की व्यवस्था करनी चाहिए. इस सिस्टम में रोड और नालियां बनती रहेंगी, हम रहें ना रहें. कागज में सबकुछ होता है, जमीन पर नहीं दिखता.