बंद होगा ठेका-पट्टा, ग्रामीण खुद करायेंगे काम
रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि विकास कार्यों में ठेका-पट्टा का खेल बंद होगा. अफसरों को बीच में लाये बिना सरकार राशि सीधे लाभुकों तक पहुंचायेगी. लाभुक स्वयं ही योजनाओं का निर्माण करायेंगे. ग्राम समिति और ग्रामसभा के जरिये विकास कार्य कराये जायेंगे. श्री दास भगिनी निवेदिता के 150वें जन्मोत्सव और विश्व मृदा दिवस […]
यह सराहनीय प्रयास है. सरकार आश्रम द्वारा समाज के उत्थान के लिए किये जा रहे प्रयासों को गति देने के लिए हर संभव सहायता करेगी. मुख्यमंत्री ने विवेकानंद सेवा संघों के स्वयं सेवकों से कहा कि केवल सरकार के भरोसे विकास संभव नहीं है. जब तक जन भागीदारी नहीं होगी, कोई भी विकास योजना सफल नहीं हो सकती है. दिव्यायन से प्रशिक्षित स्वयं सेवक गांवों में बदलाव के लिए काम करें. तेजस्विनी योजना के तहत सरकार उनको मानदेय देगी. सरकार आनेवाले वर्षों में राज्य के 1200 गांवों को ओरमांझी के आरा-केरम गांव की तरह आदर्श ग्राम बनायेगी. इन गावों में से 120 विवेकानंद सेवा संघ के गांव होंगे.
श्री दास ने कहा कि झारखंड में मधुमक्खी पालन व इसमें रोजगार की खूब संभावनाएं हैं. हम गरीब के हाथ में रोजगार उपलब्ध करा राज्य को स्वावलंबी बनाने का काम कर रहे हैं. समृद्ध बना रहे हैं. सरकार की शक्ति और जनशक्ति साथ मिल कर काम कर रही है. सरकार का लक्ष्य गरीबों के जीवन में मुस्कुराहट लाना है.
यही लक्ष्य हर किसी का होना चाहिए, तभी सही मायने में विकास संभव है. समारोह का संचालन डॉ अंजली चंद्रा व धन्यवाद ज्ञापन रामकृष्ण मिशन विवेकानंद विश्वविद्यालय के कुलपति स्वामी आत्मप्रियानंद ने किया. मौके पर सांसद रामटहल चौधरी, कृषि सचिव पूजा सिंघल, नाबार्ड के सीएमडी सुब्रत मंडल, डॉ अजीत कुमार सिंह आदि थे.