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स्वच्छता एप के इस्तेमाल में झारखंड देश में पहले स्थान पर

स्वच्छता एप के इस्तेमाल के मामले में पूरे देश में झारखंड राज्य पहले स्थान पर है. केंद्रीय शहरी एवं आवास मंत्रालय द्वारा 26 नवंबर को अॉल इंडिया स्वच्छता स्कोर कार्ड जारी किया गया, जिसमें झारखंड शीर्ष पर है. वहीं, देश के टॉप पांच शहरों में झारखंड से धनबाद शामिल है. अन्य राज्यों में छत्तीसगढ़ दूसरे, […]

स्वच्छता एप के इस्तेमाल के मामले में पूरे देश में झारखंड राज्य पहले स्थान पर है. केंद्रीय शहरी एवं आवास मंत्रालय द्वारा 26 नवंबर को अॉल इंडिया स्वच्छता स्कोर कार्ड जारी किया गया, जिसमें झारखंड शीर्ष पर है. वहीं, देश के टॉप पांच शहरों में झारखंड से धनबाद शामिल है. अन्य राज्यों में छत्तीसगढ़ दूसरे, महाराष्ट्र तीसरे, गुजरात चौथे व राजस्थान पांचवें स्थान पर है.
रांची: केंद्रीय शहरी एवं आवास मंत्रालय द्वारा जारी स्कोर कार्ड के अनुसार टॉप पांच एक्टिव राज्यों में झारखंड पहले स्थान पर है. जहां 10 प्रतिशत कंप्लेन भेजे जा रहे हैं. पर इन कंप्लेन पर 93 प्रतिशत का समाधान कर लिया जा रहा है. झारखंड के 97 प्रतिशत शहरों का अपना मैप है. झारखंड में समाधान दर 95 फीसदी है. जबकि, अन्य राज्य इन मामलों में काफी पीछे हैं. वहीं, केंद्र सरकार द्वारा देश भर के टॉप पांच शहरों की सूची भी जारी की गयी है, जिसमें धनबाद पांचवें स्थान पर है. वहीं, मंदसौर पहले, नीमच दूसरे, कानपुर तीसरे, सिंगरौली चौथे स्थान पर है. धनबाद में स्वच्छता एप के कुल 11826 यूजर हैं, जो निगम की कार्यकलापों से संतुष्ट हैं.
क्या है स्वच्छता एप
स्वच्छता एप मोबाइल और वेब प्लेटफॉर्म में शिकायत समाधान एप है. नगर निकायों द्वारा इस एप पर डाली गयी शिकायतों का समाधान किया जाता है. देश के 4041 शहरों के लिए यह एप है, जिसकी मॉनीटरिंग केंद्र सरकार करती है. कोई भी नागरिक इस एप में कचरा, गंदगी की तसवीर अपलोड कर सकता है. इसके बाद निगम या निकाय के कर्मचारी 24 घंटे में उस जगह से कचरा उठा लेते हैं. साथ ही यूजर को सूचना देते हैं कि उस जगह से गंदगी हटा ली गयी है. स्मार्ट फोन यूजर ही इस एप का इस्तेमाल कर सकते हैं. एप में शिकायतकर्ता को तसवीर के साथ लैंडमार्क बताना होगा. पोस्ट को एडिट या डिलिट भी कर सकते हैं. प्रत्येक यूजर का अलग-अलग प्रोफाइल होता है. स्वच्छता एप जिन शहरों के लाेग ज्यादा डाउनलोड करते हैं, उन्हें उसी के अनुरूप अंक दिये जाते हैं. इसी आधार पर फरवरी में होने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण प्रतियोगिता में शहर को स्थान मिलता है.
40 शहरों में हो रहा शिकायतों का समाधान
स्वच्छता स्कोर कार्ड के तहत झारखंड में 43 शहर हैं, जिनमें 43 शहरों द्वारा कंप्लेन भेजे जा रहे हैं. 40 शहरों में शिकायतों का समाधान किया जा रहा है. इस काम को करने के लिए झारखंड में 249 इंजीनियर्स लगे हुए हैं. झारखंड में एक लाख 11 हजार 190 यूजर हैं, जो स्वच्छता एप का इस्तेमाल कर रहे हैं. इनके द्वारा दो लाख 49 हजार 300 कंप्लेन भेजे गये हैं. इनके समाधान की दर 94.99 प्रतिशत है.
किन बातों की कर सकते हैं शिकायत
कचरा डंप
कचरा उठाने वाले वाहनों के न आने की
डस्टबिन के साफ न रहने पर
झाड़ू न लगाये जाने पर
मृत जानवर की
पब्लिक टॉयलेट की सफाई नहीं होने पर
पब्लिक टॉयलेट के ब्लॉकेज होने पर
पब्लिक टॉयलेट में पानी की आपूर्ति न होने पर
पब्लिक टॉयलेट में बिजली नहीं रहने पर

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