नामकुम के बिशप वेस्टकॉट ब्वॉयज स्कूल की घटना, बैट से हमला कर पांचवीं के स्टूडेंट का सिर फोड़ा
रांची: नामकुम स्थित बिशप वेस्टकॉट ब्वॉयज स्कूल के छात्र (पांचवीं कक्षा) शिवांश कुमार ने अपनी ही कक्षा के छात्र पर जानलेवा हमला का आरोप लगाया है. शिवांश पर हमला एक दिसंबर को स्कूल परिसर में किया गया था. घटना के बाद उसे आर्किड अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहां उसके ब्रेन का ऑपरेशन हुआ […]
रांची: नामकुम स्थित बिशप वेस्टकॉट ब्वॉयज स्कूल के छात्र (पांचवीं कक्षा) शिवांश कुमार ने अपनी ही कक्षा के छात्र पर जानलेवा हमला का आरोप लगाया है. शिवांश पर हमला एक दिसंबर को स्कूल परिसर में किया गया था. घटना के बाद उसे आर्किड अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहां उसके ब्रेन का ऑपरेशन हुआ था. सिर का ऑपरेशन होने के बाद शनिवार को शिवांश होश में आया. इसके बाद उसने रात में पुलिस को मामले की जानकारी दी.
पीड़ित छात्र के पिता डॉ शेखर मूल रूप से बेगूसराय के फुलवरिया (बिहार) के रहनेवाले हैं. वह पेशे से सर्जन हैं. डॉ शेखर ने स्कूल प्रबंधन पर घटना को लेकर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. छात्र हॉस्टल में ही रह कर पढ़ाई करता है. शिवांश ने पुलिस को बताया कि वह एक दिसंबर को करीब 7.50 बजे क्लास में बैठा था. उस दौरान क्लास में कोई टीचर नहीं थे. इस वजह से कुछ लड़के क्लास से निकल कर बाहर चले गये. इसी दौरान मेन ऑफिस के पास प्रिंसिपल आ गये.
तब शिवांश क्लास से बाहर गये छात्रों को बुलाने चला गया. इस दौरान शिवांश के साथ क्लास में पढ़ने वाले एक छात्र ने कहा कि तुम चलो, हम आते हैं. इसके बाद उक्त छात्र ने शिवांश के सिर पर बैट से हमला कर दिया. इसके बाद शिवांश वहां गिर गया और हमला करने वाले छात्र सहित दो अन्य छात्र हंसते हुए बोलने लगे….तुम गिर गये. इसके बाद वे लोग वहां से भाग निकले.
इसी दौरान वहां एक सीनियर क्लास का छात्र पहुंचा और उसे अपने साथ ले गया. शिवांश के सिर से खून निकल रहा था और उल्टी हो रही थी. जब उसने अपने मैडम से कहा कि घटना की जानकारी मेरे परिजनों को दे दीजिए, तब उसके परिजनों को किसी ने फोन नहीं किया. इसके बाद स्कूल की ओर से ऑटो मंगवाया गया और उसे गुरुनानक अस्पताल (ऑटो में वह बेहोश था) ले जाया गया. वहां से उसे ऑर्किड अस्पताल ले जाया गया.
स्कूल में घटना हुई थी. घटना के बाद स्कूल की मेडिकल टीम ने छात्र का प्राथमिक उपचार किया था. घटना के दौरान स्कूल में कोई गाड़ी या चालक नहीं होने की वजह से उसे ऑटो से पहले गुरुनानक अस्पताल ले जाया गया. इसी बीच परिजनों से संपर्क होने पर परिजनों के अनुरोध पर उसे आॅर्किड अस्पताल में भर्ती कराया गया. स्कूल प्रबंधन ही उसके इलाज का खर्च वहन कर रहा है. घटना के बाद छात्र के इलाज में कोई लापरवाही नहीं बरती गयी है.
तापस कुमार चक्रवर्ती, चीफ कोऑर्डिनेटर, बिशप वेस्टकॉट स्कूल