रांची: शनिवार की शाम रिम्स ऑडिटोरियम में रांची वासियों को देश के जाने-माने कलाकारों की बेजोड़ जुगलबंदी देखने को मिली. कार्यक्रम का आयोजन झारखंड सरकार के कला-संस्कृति विभाग व पंडित चंद्र कुमार मल्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से किया गया था.
एक ओर पद्मभूषण 85 वर्षीय बांसुरी वादक हरिप्रसाद चौरसिया, तो दूसरी ओर तबला वादक पं रामकुमार मिश्र थे. कांपते हाथों से बांसुरी पकड़े पं चौरसिया की बांसुरी के तान ने सबका मन मोह लिया. उनका साथ उनकी शिष्या देवप्रिया चटर्जी ने भी दिया. उन्होंने मारो बिहार की धुन पेश की. दोनों कलाकारों के बीच तबले की थाप व बांसुरी की लय का सामंजस्य दिखा.
दोनों कलाकारों ने श्रोताओं को बांधे रखा. वहीं, पद्मभूषण पं छन्नु लाल ने ख्याल व ठुमरी पेश कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. कार्यक्रम की शुरुआत निलेश मल्लिक व उनके भाई निकेश मल्लिक ने किया. मनोज केडिया व मोरमुकूट केडिया की जुगलबंदी भी बेजोड़ थी. कार्यक्रम में कला संस्कृति विभाग के सचिव राहुल शर्मा, कला संस्कृति विभाग के निदेशक अशोक कुमार समेत विभाग के कई अाला अधिकारी मौजूद थे.