झारखंड : चुंबन प्रतियोगिता पर गरमायी राजनीति, विधायक साइमन को शिबू-हेमंत ने किया तलब

रांची : झारखंड के पाकुड़ जिले केलिट्टीपाड़ा प्रखंड के डुमरिया में पिछले दिनों झामुमो विधायक साइमन मरांडी की मौजूदगी में आयोजित चुंबन प्रतियोगिता को लेकर राजनीति गरमा गयी है. सत्ता पक्ष ने इस आयोजन को लेकर झामुमो को घेरा है. वहीं झामुमो ने इस आयोजन से किनारा कर लिया है. झामुमो ने कहा है कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 13, 2017 7:56 AM
रांची : झारखंड के पाकुड़ जिले केलिट्टीपाड़ा प्रखंड के डुमरिया में पिछले दिनों झामुमो विधायक साइमन मरांडी की मौजूदगी में आयोजित चुंबन प्रतियोगिता को लेकर राजनीति गरमा गयी है. सत्ता पक्ष ने इस आयोजन को लेकर झामुमो को घेरा है. वहीं झामुमो ने इस आयोजन से किनारा कर लिया है. झामुमो ने कहा है कि इस आयोजन से पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है. कार्यक्रम में साइमन मरांडी की उपस्थिति को झामुमो ने गंभीरता से लिया है. उन्हें सात दिनों के अंदर इस मामले में तथ्यों के साथ जवाब देने को कहा है.

साइमन मरांडी को मंगलवार को झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन के आवास पर बुलाया गया. शिबू सोरेन और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने उनसे अकेले में बात की. पार्टी के शीर्ष नेताओं ने उनसे कहा है कि इस मामले को लेकर अच्छा संदेश नहीं गया है. ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए. इस तरह के कार्यक्रम में उनकी उपस्थिति को लेकर भी नाराजगी जतायी गयी है.

झामुमो को कोई लेना-देना नहीं: कुणाल
झामुमो विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि इस आयोजन से पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है़ इसके कौन आयोजक थे, मालूम नहीं है़ इस आयोजन के बारे में आयोजकों से ही पूछा जाये.
गैर आदिवासी की बराबरी कर पायेंगे आदिवासी : साइमन
झामुमो विधायक साइमन मरांडी ने कहा कि ऐसे आयोजन से ही आदिवासी, गैर आदिवासी के बराबर खड़ा हो सकेंगे. संताल में ऐसी परंपरा है. संताली में इसे दुलौड़ चो मतलब प्रेम भरा चुम्मा कहा जाता है. इसमें एेसा क्या हो गया है. मेरे गांव में प्रोग्राम था, तो जाऊंगा ही. प्रोग्राम को लेकर पंपलेट भी बांटे गये थे. पहले ही सबको सूचना थी, तब हल्ला नहीं हुआ. उन्होंने कहा, वहां के लोगों ने तय किया है कि ऐसी प्रतियोगिता से प्यार प्रगाढ़ होगा. तलाक भी कम होंगे. पति-पत्नी प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे थे. कोई बाहर का आदमी नहीं था. सकारात्मक सोच रखनी होगी. उदारता के साथ देखना चाहिए़ संताल परगना को सब पिछड़ा देखना चाहते है़ं संताल परगना भी आगे बढ़े़ उन्होंने कहा : 900 रुपये का पहला पुरस्कार था. इसमें विरोध जैसी कोई बात नहीं है.
भाजपा में जब साइमन थे, तब भी हुआ था कार्यक्रम : स्टीफन
झामुमो विधायक स्टीफन मरांडी ने कहा : साइमन मरांडी जब भाजपा में थे, तब भी यह कार्यक्रम हुआ था. आज भाजपा के लोग हल्ला कर रहे हैं. ऐसे कार्यक्रम पर तब हल्ला नहीं हुआ था. साइमन पार्टी के वरिष्ठ नेता है़ं. आदिवासियों में पहले कई ऐसी परंपरा थी, जिसे अब लोग छोड़ रहे हैं. बस्तर में भी कई तरह की परंपरा है़ धुमकुड़िया परंपरा भी पहले थी, वह भी खत्म हो रही है़ भाजपा के लोग बेवजह हाय-तौबा मचा रहे है़ं.
संताल में ऐसी कोई परंपरा नहीं, निंदा करती हूं : लुईस
मंत्री लुईस मरांडी ने कहा कि संताल परगना में ऐसी कोई परंपरा नहीं है. अब तक मैंने ऐसी कोई परंपरा आदिवासियों के बीच नहीं देखी हूं. मैं भी संताली हूं. कहीं ऐसा नहीं होता है. मैं इसकी निंदा करती हूं. उन्होंने कहा : आधुनिकता के नाम पर अश्लीलता नहीं होनी चाहिए. मंत्री ने कहा कि शराब के सेवन से परिवार प्रभावित हो रहा है. सरकार पहले लोगों को जागरूक कर रही है. राज्य में धीरे-धीरे शराबबंदी की जायेगी़.
भारतीय संस्कृति का अपमान : सीपी
मंत्री सीपी सिंह ने कहा, चुंबन प्रतियोगिता भारतीय संस्कृति का अपमान है़ इसे लेकर लोगों में आक्रोश है़ झामुमो हर दिन कीर्तिमान रचता है़ इनकी बुद्धि पर तरस आती है. इनको शर्म भी नहीं आती है़ ये अपने आप को गौरवान्वित महसूस करते है़ं ईश्वर इनको सदबुद्धि दे.

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