सभी जिलों में मिलेगी इएसआइ की सुविधा

रांची : कर्मचारी राज्य बीमा योजना में कवर होने वाले कर्मियों को बहुत जल्द राज्य के सभी जिलों में इलाज की सुविधा मिलेगी. इस पर श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग काम कर रहा है. इसके लिए डिस्पेंसरी चिह्नित की जा रही है. भवन चिह्नित करने का काम इएसआइ कॉरपोरेशन कर रहा है. पहले नौ जिलों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 13, 2017 8:49 AM

रांची : कर्मचारी राज्य बीमा योजना में कवर होने वाले कर्मियों को बहुत जल्द राज्य के सभी जिलों में इलाज की सुविधा मिलेगी. इस पर श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग काम कर रहा है. इसके लिए डिस्पेंसरी चिह्नित की जा रही है. भवन चिह्नित करने का काम इएसआइ कॉरपोरेशन कर रहा है. पहले नौ जिलों में ही कर्मचारियों को इलाज की सुविधा मिल रही थी. शेष 15 जिलों में इलाज की सुविधा मिलने के बाद पूरा राज्य कवर हो जायेगा.


अगले वित्तीय वर्ष से अधिकतम जिलों में इलाज की सुविधा शुरू हो जाने का दावा विभागीय स्तर पर किया जा रहा है. अभी जमशेदपुर, रांची, धनबाद, बोकारो, रामगढ़, झुमरी तिलैया, जसीडीह, मधुपुर और गिरिडीह में इस योजना के तहत कवर होने वालों को इलाज की सुविधा मिल रही है. इसके साथ ही कर्मचारी राज्य बीमा योजना के तहत देवघर में 100 बेड वाला सुपर स्पेशलिटी अस्पताल खोला जायेगा. इसके लिए कर्मचारी राज्य बीमा निगम को जमीन दे दी गयी है.
3.45 लाख मजदूर होते हैं कवर : वर्तमान में कर्मचारी राज्य बीमा योजना के तहत 3.45 लाख मजदूर कवर हो रहे हैं. 2014 तक 2.45 लाख कर्मियों को ही यह सुविधा मिल रही थी. वर्तमान सरकार में करीब एक लाख नये कर्मियों को इस स्कीम से जोड़ा गया है.
चिकित्सकों की सेवा मांगी
श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग ने पूरे राज्य में इएसआइ की खुलने वाली डिस्पेंसरी को देखते हुए चिकित्सकों की सेवा स्वास्थ्य विभाग से मांगी है. वर्तमान में श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग में 44 चिकित्सक ही काम कर रहे हैं. जबकि कुल स्वीकृत पद 144 चिकित्सकों की है. 100 चिकित्सकों की सेवा देने का आग्रह स्वास्थ्य विभाग से किया गया है. इस संबंध में कई बार स्वास्थ्य विभाग से पत्राचार किया गया है.
राज्य कर्मचारी बीमा योजना के तहत कवर होने वाले साढ़े तीन लाख कर्मियों को हर जिले में सुविधा दिलाने के लिए विभाग कृत संकल्प है. इसके लिए प्रयास शुरू कर दिया गया है. उम्मीद है जल्द ही कर्मियों को सुविधा मिलने लगेगी.
राज पलिवार, मंत्री, श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण

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