झारखंड प्रांत टोली व आयाम प्रमुखों की बैठक में बोले मिलिंद, धर्मांतरण और विदेशी घुसपैठ सनातनी परंपरा के लिए चुनौती
रांची: विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि विहिप अपनी सनातनी परंपरा की अनमोल सांस्कृतिक धरोहर व धार्मिक अवधारणाओं को मर्यादित ढंग से सुरक्षित व संरक्षित रखने के उद्देश्य से कार्य करती है. हमारी पहली चुनौती हमसे बिछड़े सनातनियों से है, जो आज धर्मांतरित होकर पश्चिमी संस्कृति को अपना कर […]
रांची: विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि विहिप अपनी सनातनी परंपरा की अनमोल सांस्कृतिक धरोहर व धार्मिक अवधारणाओं को मर्यादित ढंग से सुरक्षित व संरक्षित रखने के उद्देश्य से कार्य करती है. हमारी पहली चुनौती हमसे बिछड़े सनातनियों से है, जो आज धर्मांतरित होकर पश्चिमी संस्कृति को अपना कर इस देश के लिए घातक बनते जा रहे हैं.
इन्हें पुन: घर वापसी कराने के लिए हिंदू समाज को जागृत होना होगा. दूसरी चुनौती विदेशी घुसपैठी हैं, जो राष्ट्र की सुरक्षा के लिए खतरा बनते जा रहे हैं. इसके लिए हिंदू समाज के बीच जनजागरण व सतर्कता आवश्यक है.
मिलिंद परांडे बुधवार को विहिप के हरमू स्थित प्रांत कार्यालय में प्रांत टोली व आयाम प्रमुखों की बैठक को संबोधित कर रहे थे. बैठक की अध्यक्षता कार्याध्यक्ष योगेंद्र नाथ सिन्हा ने की. केंद्रीय मंत्री सुधांशु मोहन पटनायक ने कहा कि गुणवान, चरित्रवान व धैर्यवान कार्यकर्ता समाज के आईना होते हैं. लक्ष्य आधारित कार्य से ही भारत विश्व गुरु बनेगा. बैठक में 17 दिसंबर को प्रांत के सभी जिला और 24 दिसंबर को सभी प्रखंडों में बैठक आयोजित करने, 14 जनवरी से 28 फरवरी तक धर्मरक्षा निधि संग्रह कार्यक्रम का आयोजन करने, तीन व चार फरवरी को प्रांत कार्यसमिति की बैठक करने का भी निर्णय लिया गया. वहीं 17-18 फरवरी व 24-25 फरवरी को दो दिवसीय जिला अभ्यास वर्ग और 18 से 26 मार्च को रामोत्सव और 31 मार्च को हनुमान जयंती पर कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया गया.
प्रांत मंत्री डॉ बीरेंद्र साहू ने बताया कि इस वर्ष 2017 के हित चिंतक सदस्यता व बजरंग दल भर्ती अभियान के तहत 15 दिनों के अंदर झारखंड के सभी जिलों में लगभग 70 हजार लोगों ने सदस्यता ली. बैठक में क्षेत्र मंत्री वीरेंद्र विमल, जवाहर झा, प्रमोद मिश्रा, प्रांत संगठन मंत्री अकारपु केशव राजू, सुभाष नेत्रगांवकर, गंगा प्रसाद यादव, ध्रुवदेव तिवारी, देवी प्रसाद शुक्ला, मनोज पोद्दार, वीरेंद्र गुप्ता, गिरिजा शंकर पांडेय, दीपक ठाकुर,अशोक अग्रवाल, गणेश विद्यार्थी, देवेंद्र गुप्ता, संजय कुमार, सुजीत साहू, शीला त्रिपाठी, दीपा रानी कुंज, अनिता शुक्ला, जीत लाल हांसदा, कृष्ण चैतन्य ब्रह्मचारी, युगल किशोर प्रसाद,वीके सिंह, विजय पांडेय, रामनरेश सिंह, जयंत टुडू, भवानी शंकर गोस्वामी, कन्हैया लाल आदि थे.