रांची : झारखंड के उग्रवाद प्रभावित जिले पलामू के बकोरिया में वर्ष 2015 में हुई ‘मुठभेड़’ के मुद्दे पर गुरुवार को विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ. सदन की कार्यवाही के दौरान कांग्रेस विधायक सुखदेव भगत ने अपराध अनुसंधान विभाग (CID) के ADG एमवी राव के तबादले पर सवाल उठाये. उन्होंने कहा कि सरकार बकोरिया में हुई संदिग्ध मुठभेड़ को दबाने की कोशिश कर रही है. इसलिए जांच अधिकारी का तबादला किया गया है.
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इस मुद्दे को सबसे पहले प्रदीप यादव ने उठाया. उन्होंने कहा कि बकोरिया कांड को लेकर थाना प्रभारी हरीश पाठक के बयान से साबित हो चुका है कि उस दिन कोई मुठभेड़ नहीं हुई थी. इस मुद्दे पर सदन में खूब हंगामा हुआ. इसके बाद विधानसभा के अध्यक्ष दिनेश उरांव ने सदन की कार्यवाही 12:45 बजे तक स्थगित करना पड़ा.
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इसके बाद विरोधी दलों के नेताओं ने विधानसभा के बाहर इसी मुद्दे पर हंगामा किया. पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखदेव भगत ने बकोरिया कांड की सीबीआई जांच कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि बकोरिया में हुई फर्जी मुठभेड़ में सरकार संलिप्त है, इसलिए इस मामले की निष्पक्ष जांच कर रहे अधिकारी को बदल दिया गया. कांग्रेस नेता ने कहा कि सीबीआई ही बकोरिया फर्जी मुठभेड़ की निष्पक्ष जांच कर सकती है. सरकार जब तक इस मामले की सीबीआई जांच का आदेश नहीं देती, उनकी पार्टी आंदोलन करती रहेगी.