रांची : स्पीकर दिनेश उरांव ने कहा कि सदन की वर्तमान व्यवस्था सवा तीन करोड़ जनता के लिए चिंता की बात है. इस पवित्र मंच का बेहतर इस्तेमाल होना चाहिए था. इस स्थिति से संसदीय भावना को ठेस पहुंची है. इसके लिए कोई एक पक्ष जिम्मेदार नहीं है.
यह हम सभी कि जिम्मेदारी है. आने वाले सत्र में ऐसा नहीं हो, इसके लिए प्रयास करने की जरूरत है. इस सत्र में सात विधेयकआये, जिसमें से एक विधेयक प्रवर समिति को भेजा गया जबकि छह विधेयक पारित हो गये.