झारखंड : रोड एक्सीडेंट में हर दिन हो रहीं 11 मौतें, चुटूपालू घाटी में सबसे अधिक सड़क हादसे
सेफ्टी कमेटी की बैठक में सड़क हादसे के आंकड़े सामने आए हैं. इससे यह पता चला है कि झारखंड में होनेवाले सड़क हादसों में हर रोज औसतन 11 लोगों की मौत होती है. चुटूपालू घाटी में सड़क हादसे के आंकड़े सबसे अधिक हैं.
Road Accidents in Jharkhand: झारखंड में हर दिन होनेवाले सड़क हादसों में औसतन 11 लोगों की मौत होती है. रामगढ़ जिले से गुजरनेवाला नेशनल हाइवे (एनएच) भी सड़क हादसों के मामले में पीछे नहीं है. बीते 57 महीनों (जनवरी 2019 से सितंबर 2023 तक) में यहां कुल 852 सड़क हादसे हुए हैं. इनमें 769 लोगों की मौत हुई है, जबकि 696 लोग घायल हुए हैं. सबसे ज्यादा हादसे रामगढ़ की चुटूपालू घाटी में होते हैं. इस घाटी में जनवरी 2019 से सितंबर 2023 तक हुए 72 सड़क हादसों में 78 लोगों की मौत हुई है, जबकि 59 लोग घायल हुए हैं. ये आंकड़े शुक्रवार को हुई रोड सेफ्टी कमेटी की बैठक में सामने आये हैं.
57 माह में एनएच पर हुए 852 सड़क हादसे, 769 की मौत, 696 घायल
चुटूपालू घाटी में एनएच पर 57 माह में हुए 72 हादसे, इनमें 78 की जान गयी, 59 हुए घायल
पुलिस अधिकारियों ने रोड की ग्रेडिएंट में खामियों को बताया इन हादसों की मुख्य वजह
रोड सेफ्टी और परिवहन विभाग की संयुक्त टीम को हादसेवाली जगहों के निरीक्षण का निर्देश
रोड सेफ्टी के नोडल ऑफिसर सह एडीजी अभियान संजय आनंदराव लाठकर के अनुसार, समीक्षा के दौरान पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रोड के ग्रेडिएंट में खामियां हैं. ढलान पर गाड़ियां रफ्तार में होती हैं, जिसकी वजह से चालक गाड़ी पर से नियंत्रण खो देता है और हादसों का शिकार हो जाते हैं. इसलिए जरूरी है कि रोड इंजीनियरिंग को दुरुस्त किया जाये. संबंधित पुलिस अधिकारियों को कहा गया है कि वे इस मामले में एनएचआइ के अफसरों से संपर्क कर खामियों को दूर करने की दिशा में सही कदम उठाएं, ताकि हादसों को रोका जा सके. जिन स्थानों पर ज्यादा घटनाएं होती हैं, रोड सेफ्टी व परिवहन विभाग के अधिकारी संयुक्त रूप से वहां का निरीक्षण करेंगे. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि पूरे मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है.
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