आइआइएम रांची 2019 से देगा एमबीए और डॉक्टरेट की उपाधि
रांची : भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम) रांची अपने विद्यार्थियों को 2019 से एमबीए और डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान करेगा. आइआइएम विधेयक 2017 के पारित होने से संस्थान को स्वायत्तशासी इंस्टीट्यूट का दर्जा मिल गया है. केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय के प्रस्ताव जिसमें आइआइएम को डिग्री और स्वायत्ता प्रदान करने की सिफारिश की गयी थी, उसे […]
रांची : भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम) रांची अपने विद्यार्थियों को 2019 से एमबीए और डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान करेगा. आइआइएम विधेयक 2017 के पारित होने से संस्थान को स्वायत्तशासी इंस्टीट्यूट का दर्जा मिल गया है. केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय के प्रस्ताव जिसमें आइआइएम को डिग्री और स्वायत्ता प्रदान करने की सिफारिश की गयी थी, उसे मंजूरी दे दी गयी है.
आइआइएम रांची के निदेशक प्रो शैलेंद्र कुमार ने केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए इसे छात्र हित में बताया है. उन्होंने कहा है कि इससे संस्थान को और सशक्त बनाया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि संस्थान की तरफ से अब रांची से ही छात्रों को डिग्रियां मिल पायेंगी. आइआइएम रांची अब राष्ट्रीय महत्व का संस्थान बन गया है. संस्थान के बोर्ड को अध्यक्ष और निदेशक के चयन की शक्तियां भी और मिल पायेंगी.
सभी आइआइएम के निदेशक बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रहेंगे. संस्थान से जुड़े नियम और कानूनों को भी बोर्ड खुद बनायेगा. अंतर विषयों के अध्ययन का प्रबंधन और संबद्ध क्षेत्रों को बढ़ाने का अधिकार भी अब संस्थान को ही मिलेगा. बोर्ड के निदेशकों में उद्योग, शिक्षा, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, वाणिज्य जगत व पूर्ववर्ती छात्रों को शामिल किया जायेगा.