पंडरा बाजार में ट्रांसपोर्ट नगर बनने से यातायात की समस्या होगी : चेंबर

रांची : झारखंड चेंबर की कार्यकारिणी की पांचवीं बैठक बुधवार को चेंबर भवन में हुई. इस दौरान पंडरा बाजार में ट्रांसपोर्ट नगर बनाये जाने पर चर्चा की गयी. चेंबर अध्यक्ष रंजीत गाड़ोदिया ने कहा कि पंडरा बाजार के मुद्दे पर चेंबर मुख्यमंत्री से मिलेगा और रिंग रोड में ट्रांसपोर्ट नगर का निर्माण करने पर विचार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 28, 2017 6:34 AM
रांची : झारखंड चेंबर की कार्यकारिणी की पांचवीं बैठक बुधवार को चेंबर भवन में हुई. इस दौरान पंडरा बाजार में ट्रांसपोर्ट नगर बनाये जाने पर चर्चा की गयी. चेंबर अध्यक्ष रंजीत गाड़ोदिया ने कहा कि पंडरा बाजार के मुद्दे पर चेंबर मुख्यमंत्री से मिलेगा और रिंग रोड में ट्रांसपोर्ट नगर का निर्माण करने पर विचार का आग्रह करेगा.
सदस्यों ने कहा कि सरकार रिंग रोड में ही ट्रांसपोर्ट नगर के निर्माण पर विचार करे. पंडरा बाजार में ट्रांसपोर्ट नगर का निर्माण करने से राजधानी में यातायात की समस्या उत्पन्न होगी.
बैठक में राज्य में एमवीआइ की कमी से हो रही समस्या पर भी चर्चा हुई. सदस्यों ने कहा कि राज्य सरकार को जल्द से जल्द अतिरिक्त एमवीआइ की पदस्थापना करनी चाहिए. बैठक में दक्षिण-पूर्व रेलवे के रांची मंडल द्वारा आमंत्रित सलाहकार समिति (डीआरयूसीसी) के सदस्य के लिए झारखंड चेंबर के पूर्व अध्यक्ष पवन शर्मा को नामित किया गया.
डीआरयूसीसी के सदस्य का कार्यकाल दो साल का होगा. बैठक में चेंबर के उपाध्यक्ष दीनदयाल वर्णवाल, सोनी मेहता, महासचिव कुणाल अजमानी, कोषाध्यक्ष राहुल मारू, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष निलेश चंद्रा, बिनय माहेश्वरी, कार्यकारिणी सदस्य किशोर मंत्री, आनंद गोयल, पंकज पोद्दार, पंकज चौधरी, पूनम आनंद, प्रवीण लोहिया, सदस्य रंजीत टिबड़ेवाल, पवन शर्मा, अरुण बुधिया, विकास सिंह, विनय अग्रवाल, संजय अखौरी, विकास विजय, प्रमोद श्रीवास्तव, डॉ रवि भट्ट, प्रमोद सारस्वत, शैलेश अग्रवाल, जयप्रकाश गुप्ता, अमित शर्मा, रोहित पोद्दार आदि उपस्थित थे.
नक्शा पास करने का काम रुका
सदस्यों ने कहा कि नगर निगम और आरआरडीए में नक्शा पास करने की प्रक्रिया ऑनलाइन होने के बाद अपार्टमेंट का नक्शा पास होने का काम लगभग रुक गया है. इससे बिल्डरों के अलावा लाखों मजदूर भी प्रभावित हो रहे हैं.
निगम से आग्रह किया गया कि नक्शा पास करने की जब तक ऑनलाइन व्यवस्था ठीक नहीं होती, तब तक ऑफ लाइन व्यवस्था वैकल्पिक रूप में रखी जाये. बैठक में यह भी कहा गया कि कृषि मंत्री के प्रयास से भाड़ा चार रुपये की दर से लिया जाना शुरू हुआ है. पाकुड़ में पत्थर व्यवसायियों की समस्याओं पर भी चर्चा हुई.

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