झारखंड : आपदा प्रबंधन के प्रचार-प्रसार की जरूरत : अमित खरे

रांची. श्रीकृष्ण लोक प्रशासन संस्थान में आपदा प्रबंधन संबंधी विषय पर शुक्रवार को ट्रेनिंग नीड एसेसमेंट (टीएनए) का आयोजन किया गया. विकास आयुक्त अमित खरे ने आपदा प्रबंधन के विषय में अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार पर जोर दिया. कहा कि हमें अपनी आवश्यकताओं और अनुभव के आधार पर इस विषय पर संवेदनशील होने की जरूरत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 30, 2017 7:48 AM
रांची. श्रीकृष्ण लोक प्रशासन संस्थान में आपदा प्रबंधन संबंधी विषय पर शुक्रवार को ट्रेनिंग नीड एसेसमेंट (टीएनए) का आयोजन किया गया. विकास आयुक्त अमित खरे ने आपदा प्रबंधन के विषय में अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार पर जोर दिया. कहा कि हमें अपनी आवश्यकताओं और अनुभव के आधार पर इस विषय पर संवेदनशील होने की जरूरत है. स्कीपा की महानिदेशक निधि खरे ने कहा कि झारखंड में वज्रपात, सूखा और अन्य प्राकृतिक आपदाएं बड़े पैमाने पर होती हैं. ऐसे में सामाजिक चेतना बढ़ाने के लिए कार्यशाला का आयोजन महत्वपूर्ण है.
आपदा प्रबंधन विभाग के संयुक्त सचिव जटाशंकर चौधरी ने झारखंड में आपदा प्रबंधन और सरकारी प्रावधानों के बारे में जानकारी दी. आगजनी, बाढ़, वज्रपात और अन्य प्राकृतिक आपदा से होनेवाले जान-माल के नुकसान की स्थिति में निर्धारित मुआवजा राशि के बारे में बताया. कहा कि जिला उपायुक्तों को आपदा निधि कोष के तौर पर एक करोड़ रुपये दिये गये हैं. अापदा में मृतक के परिवार को चार लाख रुपये दिये जाते हैं. घायलों और पशुओं को होनेवाले नुकसान के आधार पर मुआवजा दिया जाता है.
पूर्व प्रभारी, आपदा प्रबंधन कोषांग, स्कीपा प्रो दिलीप कुमार और रिसोर्स पर्सन अजीत कुमार सिंह ने आपदा प्रबंधन विषय पर जानकारी दी. संचालन प्रकाश बिरसा लकड़ा ने किया. कार्यशाला में एटीआइ के संयुक्त निदेशक जुल्फिकार अली, अनिल कुमार समेत विभिन्न जिलों से आये प्रशासनिक पदाधिकारियों के अलावा अन्य उपस्थित थे.

Next Article

Exit mobile version