संसद में उठा पारा शिक्षकों का मामला
रांची : कोडरमा सांसद डॉ रवींद्र कुमार राय ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान सर्वशिक्षा अभियान के तहत नियुक्त पारा शिक्षकों के स्थायी समाधान का मामला उठाया. डॉ राय ने अपने भाषण में कहा कि सीमित संसाधनों में शिक्षा के समयबद्ध लक्ष्य को पूरा करने के लिए नियमित शिक्षकों से कम मानदेय पर पारा शिक्षक […]
रांची : कोडरमा सांसद डॉ रवींद्र कुमार राय ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान सर्वशिक्षा अभियान के तहत नियुक्त पारा शिक्षकों के स्थायी समाधान का मामला उठाया. डॉ राय ने अपने भाषण में कहा कि सीमित संसाधनों में शिक्षा के समयबद्ध लक्ष्य को पूरा करने के लिए नियमित शिक्षकों से कम मानदेय पर पारा शिक्षक बहाल किये गये. झारखंड में भी लगभग 55 हजार पारा शिक्षकों की नियुक्ति हुई है, जो गत 17 वर्षों से कार्यरत हैं.
पर इनका भविष्य अनिश्चितता में है. यह ठीक नहीं है कि शिक्षक को हड़ताल करना पड़े. डॉ राय ने एमपी व छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों की तर्ज पर झारखंड में भी इनके स्थायीकरण की मांग की तथा केंद्र को इस संबंध में राज्य सरकार के साथ मिल कर समस्या का समाधान करने का आग्रह किया. संसद में श्री राय के इस मत का झारखंड के अन्य सांसदों सुनील कुमार सिंह, विद्युत वरन महतो, लक्ष्मण गिलुआ, रामटहल चौधरी, पशुपति नाथ सिंह तथा निशिकांत दुबे ने भी लिखित समर्थन दिया है.