31 दिसंबर की शाम से एक जनवरी की देर रात तक तैनात रहेगी पुलिस

नये साल को लेकर किये गये हैं सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रांची : पहली जनवरी को नये साल के जश्न के दौरान राजधानी में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहेंगे. जिला पुलिस ने इसकी पूरी तैयारी की है कि नये साल के मौके पर परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक स्थलों पर जानेवालों को किसी तरह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 30, 2017 8:57 AM
नये साल को लेकर किये गये हैं सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
रांची : पहली जनवरी को नये साल के जश्न के दौरान राजधानी में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहेंगे. जिला पुलिस ने इसकी पूरी तैयारी की है कि नये साल के मौके पर परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक स्थलों पर जानेवालों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो. वहीं, सड़क हादसे राेकने और हादसे होने के बाद घायलों को समय पर अस्पताल पहुंचाने की भी व्यवस्था की गयी है.
राजधानी के विभिन्न पार्कों, चौक-चौराहों, वाटर फॉल, मंदिरों और अन्य पर्यटक स्थलों के आसपास 31 दिसंबर से एक जनवरी की रात तक जिला पुलिस के जवान तैनात रहेंगे. सुरक्षा-व्यवस्था में इस बार करीब 600 अतिरिक्त जवानों को तैनात करने का निर्णय लिया गया है. इनमें 300 हवलदार और सिपाही शामिल होंगे. इसके अलावा 100 पुलिस अफसर भी तैनात किये जायेंगे. वहीं, पार्कों के आसपास छेड़खानी की घटनाएं रोकने के लिए अलग से महिला जवानों और सादे लिबास में पुलिस के जवानों को तैनात करने की योजना है.
संवेदनशील फॉल के आसपास रहेगी पुलिस : ग्रामीण इलाके के संवेदनशील फॉल के आसपास पुलिस बल की तैनाती की जायेगी. इधर, ट्रैफिक पुलिस काफी दिनों से रोजाना रात में ड्रंक एंड ड्राइव अभियान चला रही है. इस दौरान ब्रेथ एनालाइजर से यह जांच की जा रही है कि कोई वाहन चालक शराब पीकर तो नहीं चल रहा है. नये साल के अवसर पर भी यह अभियान जारी रहेगा.
संबंधित थानों को भी जारी कर दिया गया अलर्ट : पुलिस अधिकारियों ने सभी थानेदारों को भी अलर्ट रहने को कहा है. गौरतलब है कि एक जनवरी 2017 को नये साल की खुशी मनाकर लौट रहे कुछ युवकों की सड़क हादसे में जान चली गयी थी. इसलिए इस बार हाइवे पेट्रोलिंग को विशेष रूप से अलर्ट रहने को कहा गया है, ताकि दुर्घटना में घायल व्यक्ति को तत्काल इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया जा सके.
प्रशासन ने भी जारी की है अपील
पिकनिक के उल्लास में कभी-कभी लोग लापरवाही भी बरतते हैं, जिस वजह से अप्रिय घटनाएं होती हैं. इसे गंभीरता से लेते हुए रांची जिला प्रशासन ने पिकनिक स्थलों पर पर्यटक मित्र के रूप में स्थानीय लोगों का सहयोग लेने का निर्णय लिया है.
ये लोग पिकनिक मनानेवालों को खतरनाक स्थल की ओर जाने से मना करेंगे. इसके अलावा लोगों से अपील की गयी है कि वे खतरनाक स्थान पर जाकर लोग सेल्फी न लें और डूब वाले इलाके में स्नान करने न जायें. खतरनाक स्थलों को लाल रिबन से घेरने का भी आदेश दिया गया है.
पानी में डूबने से मौत की घटनाएं जोन्हा, हुंडरू और दशम फॉल में सबसे अधिक होती हैं. सबसे अधिक मौत दशम में होती हैं. यहां झरने से पानी गिरने के बाद नदी की गहराई हर थोड़ी दूर पर बदल जाती है. इस कारण डूबने की घटना अधिक होती है. उपायुक्त ने संबंधित इलाके के सीओ-बीडीओ को भी जगह-जगह चेतावनी का बोर्ड लगाने का भी निर्देश दिया है. बोर्ड ऐसे स्थान पर लगाने को कहा गया है, जहां सभी आसानी से देख सकें.
पिछले वर्ष हो चुकी हैं दुर्घटनाएं
01 जनवरी, 2017: हुडरू फॉल से नव वर्ष की खुशियां मनाकर लौट रहे बाइक सवार तीन युवक में दो युवक की मौत दुर्घटना में गेतसूत के समीप हो गयी थी. घटना में एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था.
30 दिसंबर 2016: मांडर-बेड़ो मार्ग पर दुर्घटना में बाइक सवार जुड़वां भाई की मौत हो गयी थी. बताया गया था कि दोनों नये साल के अवसर पर अपने परिवार के सदस्यों से मिलने के लिए नानी के घर जा रहे थे.
29 दिसंबर 2016: खेलगांव ओपी क्षेत्र के खटंगा के पास जोन्हा फॉल से पिकनिक मना कर लौट रही बस में स्थानीय लोगों ने पत्थर से हमला कर दिया था. घटना में बस की आगे का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया था.

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