रांची : रांची के बड़े शिशु रोग विशेषज्ञ, अस्पताल प्रबंधन सहित 21 लोगों पर बच्ची की इलाज में लापरवाही से हुई मौत को लेकर दर्ज केस की आरंभिक जांच सदर थाना की पुलिस ने पूरी कर ली है. अभी तक पुलिस ने किसी चिकित्सक की संलिप्तता पर अंतिम निर्णय नहीं लिया है. अब जांच के लिए केस के अनुसंधानक सदर थाना के जमादार बीके सिंह कोलकाता और बेंगलुरु के अस्पताल जायेंगे. वहां चिकित्सक सहित प्राथमिकी के अन्य आरोपियों से बयान लेंगे.
यह निर्देश केस के अनुसंधानक को सदर डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव ने दिया है. बयान लेने के बाद पुलिस केस में किसी की संलिप्तता पर अंतिम निर्णय लेगी. पुलिस अधिकारियों के अनुसार इस मामले में रांची के चार चिकित्सकों को नोटिस भेज कर उनका जवाब मांगा गया था. सभी ने अपने बचाव में पक्ष रखा है. बचाव में रखे गये बिंदुओं पर पुलिस की ओर से जांच की जा रही है.
रांची के बड़े शिशु रोग विशेषज्ञ सहित 21 की संलिप्तता पर जांच के लिए पुलिस जायेगी कोलकाता व बेंगलुरु
सदर थाना में दर्ज कराया गया था मामला
दिसंबर माह के आरंभ में कोकर हैदर अली रोड निवासी मनोज कुमार गुप्ता ने अपनी बच्ची के इलाज में लापरवाही की वजह से हुई मौत का आरोप रांची के बड़े शिशु रोग विशेषज्ञ सहित 21 लोगों पर लगाया था. मामले में सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. मनोज कुमार गुप्ता ने कहा था कि उनकी बेटी 21 मई, 2017 को ठीक से खाना नहीं खा रही थी.
इसलिए वह बच्ची को मेडिका अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ विनोद कुमार के पास ले गये. तब डॉक्टर ने जांच के बताया कि बच्ची को सर्दी, खांसी और बुखार है और इसकी दवा दी. लेकिन इलाज के बाद बच्ची के खाने-पीने में कोई सुधार नहीं हुआ. इसके बाद वह बच्ची को लेकर नौ जून 2017 को डॉ कृष्ण कुमार के पास पहुंचे. उन्होंने भी बच्ची को सर्दी- खांसी की दवा दी. इसके बाद उन्होंने अपने बच्ची को कई चिकित्सकों को दिखलाया, लेकिन किसी ने उसका इलाज सही तरीके से नहीं किया. इसी बीच तीन अगस्त को बच्ची की मौत हो गयी.
मामले में किन-किन को बनाया गया है आरोपी
प्राथमिकी में मेडिका अस्पताल के डॉ विनोद कुमार, डॉ कृष्णा कुमार, रानी चिल्ड्रेन हॉस्पिटल के डॉ राजेश, डॉ शैलेश चंद्रा, डॉ प्रदीप कुमार जैन, कोलकाता स्थित रवींद्र नाथ टैगोर इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट के डॉ विश्वजीत बंदोपाध्याय, डॉ रीता हियोती सेनगुप्ता, बेंगलुरु स्थित नारायणा इंस्टीट्यूट, डॉ सुरेश, डॉ यूडेन भूटिया, डॉ अभिनव अग्रवाल, डॉ शेख आमिर, माधवी, गीता, शिल्पा, चंद्रशेखर, विदेश चंद्रू, बेंगलुरु स्थित नारायण होम बोमसंड्रा के चेयरमैन, नारायणा हेल्थ के मैनेजिंग डॉयरेक्टर, रवींद्र नाथ टैगोर इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट के मैनेजिंग डॉयरेक्टर व रानी अस्पताल के मैनेजिंग डॉयरेक्टर काे आरोपी बनाया गया था.