झारखंड : कृषि व उद्योग के साथ घरेलू कनेक्शन के अलग फीडर होंगे
सिंगल फेज फीडर अलग होने के बाद गांवों में घरेलू बिजली निर्बाध रूप से मिलेगी रांची : राज्य में कृषि और उद्योग के अलावा घरेलू बिजली कनेक्शनों के फीडर भी अलग किये जायेंगे. दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत इसके लिए राशि स्वीकृत की गयी है. सिंगल फेज फीडर अलग होने के बाद गांवों […]
सिंगल फेज फीडर अलग होने के बाद गांवों में घरेलू बिजली निर्बाध रूप से मिलेगी
रांची : राज्य में कृषि और उद्योग के अलावा घरेलू बिजली कनेक्शनों के फीडर भी अलग किये जायेंगे. दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत इसके लिए राशि स्वीकृत की गयी है. सिंगल फेज फीडर अलग होने के बाद गांवों में घरेलू बिजली निर्बाध रूप से मिल सकेगी.योजना के तहत जिले के ग्रामीण विद्युतीकरण एवं वितरण तंत्र के सुदृढ़ीकरण के लिए कार्य किया जायेगा. इसमें फीडर अलग-अलग होंगे.
गांवों में कृषि और घरेलू कनेक्शन के फीडरों को अलग-अलग किया जायेगा. इसके लिए कई गांवों में अलग से बिजली लाइन खींची जायेगी. क्षमता के अनुसार नये ट्रांसफार्मर लगाये जायेंगे. कृषि के थ्री फेज और घरेलू कनेक्शन के सिंगल फेज फीडर अलग होने के बाद फाॅल्ट में कमी आयेगी.
गांवों में सिंगल फेज घरेलू बिजली निर्बाध रूप से मिलेगी. कृषि कनेक्शन के फीडर अलग होने के बाद किसानों को ब्लॉक वाइज बिजली आपूर्ति भी सही से की जायेगी. फिलहाल फीडर एक होने के कारण थ्री फेज लाइन में फाॅल्ट आने पर घरेलू बिजली भी बंद हो जाती है. फीडर अलग होने के बाद गांवों में सिंगल फेज से 24 घंटे बिजली की आपूर्ति की जा सकेगी.
अलग फीडर करने का काम शुरू
राज्य में कृषि और औद्योगिक फीडर अलग-अलग करने का काम जारी है. फाइनल सर्वे के बाद कई जगहों पर काम आरंभ कर दिया गया है. वहीं, घरेलू कनेक्शन के लिए भी अलग फीडर तैयार करने का काम चल रहा है.
पकड़ी जायेगी बिजली चोरी
फीडर अलग-अलग होने के बाद बिजली वितरण निगम द्वारा फीडर वाइज रीडिंग ली जायेगी. इसके लिए 11 केवी फीडरों पर मीटर लगाये जायेंगे. इन पर मीटर लगाने से फीडर वाइज बिजली चोरी का पता चल सकेगा. किसी फीडर में बिजली की खपत अधिक होने पर उस पर निगरानी रखी जा सकेगी. यह निगम का घाटा कम करने में सहायक होगा.